एफएनएन, देहरादून : चारधाम भारत ही नहीं, बल्कि विश्वभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है। यात्रा सीजन में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन को यहां आते हैं, लेकिन इनमें से कुछ शरारती तत्वों ने चारधाम यात्रा को पिकनिक स्पाट बना दिया है।
ये लोग खुले आम हुक्का पीकर चारधाम व अन्य धार्मिक स्थलों की मर्यादा के साथ ही लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। इन दिनों चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। ऐसे में फिर से शरारती तत्व सक्रिय हो गए हैं।
ऐसा ही एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है, जिसमें कुछ युवक हुक्का पीते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो श्रीकेदारनाथ धाम पैदल मार्ग का बताया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने इस वीडियो का स्वत: संज्ञान लेकर अधीनस्थों को जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी जिलों के एसपी व एसएसपी को आपरेशन मर्यादा को सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं।
- घोड़ा पड़ाव का बताया जा रहा वीडियो
दरअसल, इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा यह वीडियो केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर घोड़ा पड़ाव का बताया जा रहा है। जिसमें छह से सात युवक हुक्का पीते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं। एक स्थानीय युवक जब इन युवकों से धार्मिक स्थल पर हुक्का न पीने के लिए कहता है तो ये लोग उसे धमकाते हुए नजर आ रहे हैं।
इनमें एक युवक खुद को दिल्ली और दूसरा युवक खुद को हरियाणा का बता रहा है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने इन युवकों को चिहि्नत करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि पुलिस के सभी जिला प्रभारियों (एसपी व एसएसपी) को निर्देशित किया गया है कि पूर्व में शुरू किए गए आपरेशन मर्यादा का सख्ती से पालन करवाया जाए। यदि कोई व्यक्ति धार्मिक स्थलों पर हुड़दंग मचाता है या मर्यादा भंग करने की कोशिश करता है तो उसे उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।
- दो साल पहले शुरू किया था अभियान
गंगा और अन्य तीर्थ स्थानों की मर्यादा बनाए रखने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने वर्ष 2021 में आपरेशन मर्यादा शुरू किया था। हरिद्वार में गंगा किनारे हुक्का पीने का एक वीडियो प्रसारित होने के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने इस प्रकार के व्यक्तियों को सबक सिखाने के लिए ही आपरेशन मर्यादा शुरू किया।
डीजीपी ने कहा कि यहां पर लोग तीर्थाटन के लिए आते हैं। कुछ असामाजिक तत्व अन्य लोगों की छवि भी खराब करते हैं। हर जिले में टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें तीर्थ स्थलों पर मादक पदार्थों का सेवन, मांसाहार करने या अन्य प्रतिबंधित गतिविधियों में शामिल लोगों पर कार्रवाई करेगी। इसके अलावा पर्यटन स्थलों पर गंदगी फैलाने, मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।