Friday, November 22, 2024
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Homeराज्यउत्तराखंडकार्यप्रणाली सुधरे या खत्म किए जाएं उत्तराखंड के जिला विकास प्राधिकरण

कार्यप्रणाली सुधरे या खत्म किए जाएं उत्तराखंड के जिला विकास प्राधिकरण

  • रुद्रपुर में कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर उठाए गंभीर सवाल, प्राधिकरणों को बताया भ्रष्टाचार का अड्डा

एफएनएन, रुद्रपुर: प्रदेश सचिव नंदलाल प्रसाद के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके उत्तराखंड के सभी जिला विकास प्राधिकरणों की कार्यप्रणाली में आमूलचूल सुधार कराने या इन सभी प्राधिकरणों का अस्तित्व ही खत्म कराने की पुरजोर पैरवी की।

गुरुवार सुबह दर्जनों कांग्रेसी प्रदेश सचिव नंदलाल की अगुआई में नारेबाजी करते कलक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि मामूली नक्शा पास करवाने के लिए भी प्राधिकरणों में कई महीने तक चक्कर लगवाए जाते हैं। बगैर भेंट-पूजा चढ़ाए नक्शे पास ही नहीं किए जाते हैं। हाईवे से 200 मीटर दूरी पर ही भवन का नक्शा पास करने का नियम भी उत्तराखंड जैसी भौगोलिक विषमताओं वाले राज्य के लिए न्यायसंगत नहीं है।

कांग्रेसियों ने कार्यप्रणाली में व्यापक सुधार कराने या घूसखोरी के अड्डे बन चुके इन सभी प्राधिकरणों को ही खत्म करने की मांग डीएम के मार्फत शासन को भिजवा दी है। ज्ञापन देने वालों में चंद्रशेखर, फरमान सिद्दीकी, चेतन भट्ट, रामप्रसाद, अमोल मित्रि, निरुद अधिकारी, भगवान सिंह गुप्ता, दलजीत सिंह संधू, राकेश यादव, रहीम अंसारी, तिलोक, मनजीत करमाकर, आशीष गुप्ता, मुकेश सोनी, हिमांशु गाबा, संदीप चीमा, सुरेश गौरी, आशीष यादव आदि कांग्रेसी भी शामिल रहे।

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