Sunday, June 8, 2025
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Homeराज्यउत्तराखंडचटक के हो गया है, क्यों गाल गुलाल होली में..

चटक के हो गया है, क्यों गाल गुलाल होली में..

  • होली के उपलक्ष्य में आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने जमाया रंग
  • हरफनमौला साहित्यिक संस्था एवं भव एकेडमी स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन
  • विनोद कुमार पहिलाजानी, कैलाश चंद्र जोशी, डाॅ. शशि जोशी, किरन पंत वर्तिका को किया सम्मानित

एफएनएन, हल्द्वानी : होली पर्व के उपलक्ष्य में हरफनमौला साहित्यिक संस्था एवं भव एकेडमी यूरो किड्स स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं कुमाउं भर के कवि-कवयित्रियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से रंग जमा दिया। इस अवसर गुड़गांव हरियाणा के प्रसिद्ध कवि विनोद कुमार पहिलाजानी, कानपुर के हास्य कवि कैलाश चंद्र जोशी, रामनगर की कवयित्री डाॅ. शशि जोशी, हल्द्वानी की कवयित्री किरन पंत वर्तिका को सम्मानित किया गया।

 


कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक सुमित हृदयेश, आप प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू, रूद्रपुर भाजपा के पूर्व महामंत्री हितेंद्र त्रिपाठी, भव एकेडमी के प्रबंधक कौशलेंद्र भट्ट, प्रधानाचार्य नीरू भट्ट, दून कांन्वेट स्कूल के प्रधानाचार्य कृष्णा जोशी, आर्यन पब्लिक स्कूल बाजपुर के प्रबंधक अर्जुन सिंह बिष्ट ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

इस दौरान गुड़गांव हरियाणा के प्रसिद्ध कवि विनोद कुमार पहिलाजानी ने अपनी कविताओं से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने सुनाया-छू कर देख लूं तुम्हें क्या यार होली में, चटक के हो गया है, क्यों गाल गुलाल होली में।

कानपुर से आए हास्य कवि कैलाश चंद्र जोशी ने कहा-सौदे जैसा हो गया, लोगों का व्यवहार, भोगवाद की दौड़ में, कुचल गए संस्कार। हल्द्वानी की किरन पंत वर्तिका ने कहा-रंग है उमंग है संग है हुड़दंग है। गली-गली बज रहा ढोल और मृदंग है। रामपुर यूपी से आए कवि ओंमकार सिंह विवेक ने कहा-होली का त्योहार है, हो कुछ तो हुड़दंग, सबसे यह कहने लगे, नीले पीले रंग।

इसके साथ ही डाॅ. शशि जोशी, कमल सिंह, हर्षित जोशी, मोहन चंद्र जोशी, पूरन चंद्र भट्ट, दीक्षा बिष्ट, मनीष पांडेय आशिक, रमेश चंद्र द्विवेदी, मंजू सिजवाली, वेद्रप्रकाश अंकुर, देवकी नंदन सनवाल समेत 20 से अधिक बाल कवियों ने भी कविता पाठ करके समा बांध दिया। इस मौके पर अजय चैहान, नीलू भल्ला, चंपा त्रिपाठी, नागेश दुबे आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि गौरव त्रिपाठी ने किया।

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