एफएनएन, देहरादून : Illegal Telephone Exchange: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अंतरराष्ट्रीय फोन काल को लोकल काल में परिवर्तित करने वाले अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने दून से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।
आरोपित ने टेलीफाेन एक्सचेंज के लिए बीएसएनएल से 500 नंबर लिए थे, जिनसे से विदेश से आने वाली काल को लोकल में परिवर्तित करके डायवर्ट करता था। कुछ समय पहले विदेश से आए एक काल को आरोपित ने लोकल में परिवर्तित किया था, जिससे यूपी के बांदा कारागार के जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
विदेश से फंडिंग
आरोपित को हवाला के माध्यम से विदेश से फंडिंग होती थी। आरोपित पूर्व में भी जनपद सोनीपत हरियाणा और बिहार से जेल जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को देहरादून के लैंडलाइन नंबर से फोन कर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में थाना कोतवाली नगर जिला बांदा यूपी में मुकदमा दर्ज हुआ था।
लैंडलाइन नंबर देहरादून जिले से संबंधित था, ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस व दूरसंचार विभाग भारत सरकार ने उत्तराखंड की एसटीएफ की जानकारी साझा की। एसटीएफ ने लैंडलाइन नंबर की जांच की तो पता चला कि यह नंबर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, एमएम टावर के नाम से पंजीकृत है। कंपनी के पते पर जाकर लैंडलाइन नंबर के मालिक के संबंध में जानकारी जुटाई तो पता नहीं लग पाया।
प्राइवेट कंपनी के नाम से करीब 500 नंबर लिए
इसी बीच गोपनीय जानकारी मिली कि अनुराग गुप्ता निवासी संगम बिहार जीएमएस रोड बसंत बिहार वर्तमान निवासी प्रिय लोक कालोनी सेवलाकलां पटेल नगर ने स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट कंपनी के नाम से करीब 500 नंबर लिए हैं जिनसे वह विदेशों की काल को इंटरनेट पर मंगाकर भारतीय मोबाइल नंबरों पर डायवर्ट कराता है।
एसटीएफ के निरीक्षक यशपाल सिंह बिष्ट और एसआइ धर्मेंद्र रौतेला ने टीम के साथ सोमवार रात को जीएमएस रोड स्थित एमएम टावर के द्वितीय तल पर दबिश देकर आरोपित अनुराग गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने अपनी कंपनी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का बोर्ड ना लगाकर अपनी पहचान छिपाने के लिए बाहर विक्रांत फूड कंपनी एंड दून इट्स वेब सर्विस के नाम से दो फ्लेक्सी बोर्ड लगाए हुए हैं।
कार्यालय के अंदर आरोपित ने छिपकर काल एक्सचेंज सेटअप लगाया हुआ था एवं इस एक्सचेंज सेट के लिए उसने बीएसएनएल से 500 लैंडलाइन नंबर का सेशन इनिशिएशन प्रोटोकाल (एसआइपी) एवं इंटरवेव टेक्नोलोजी से इंटरनेट का कनेक्शन लिया हुआ था।
मौके पर दूरसंचार विभाग की टीम भी तकनीकी सहयोग के लिए मौजूद रही। आरोपित के कार्यालय से दो लेपटाप, दो सर्वर, दो सीपीयू, एक मानिटर, दो मीडिया कन्वर्टर, एक लाइन स्विच, तीन माडम. एक प्रिंटर और एक मोबाइल बरामद किया गया है।
वर्ष 2015 में चाइना की एमेंडा से की थी डील
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह विदेश से आने वाली इंटरनेट काल को लैंडलाइन व मोबाइल नंबर पर रूट कराता है। इसके एवज में उसे चाइना से कमीशन मिलता है। वर्ष 2015 में उसने चाइना टेलीकाम कंपनी जोकि चाइना में स्थित है, में वेल्यू एडिट सर्विस का कार्य किया गया था। यहां उसकी पहचान एमेंडा नामक महिला से हुई थी।
एमेंडा स्नो फ्लाइ आनलाइन कंपनी को संचालित करती थी और उससे प्रतिदिन दिन स्काइप एप व आइएसडी काल के माध्यम से बातचीत होती रहती थी। एमेंडा ने उससे इंटरनेट के माध्यम से इंटरनेशनल काल को लोकल काल में परिवर्तित कर भारत व अन्य विदेशी स्थानों पर भेजने की डील की थी। यह भी बताया था कि यह काम अवैध है, लेकिन इसके एवज में उसे लाखों रुपये डालर के रूप में मिलते रहेंगे।
कनाडा से आए काल को जेल अधीक्षक के नंबर पर किया डायवर्ट
एसएसपी ने बताया कि आरोपित ने अगस्त 2023 से दिसंबर 2023 तक जीओ कंपनी से नंबर एवं नेट लिया था, लेकिन जीओ कंपनी को उसके इस अवैध कार्य की भनक लगी तो उन्होने कनेक्शन काट दिया। इसके बाद अनुराग गुप्ता ने दिसंबर 2023 में बीएसएनएल कंपनी से सबसे पहले प्राइमरी रेट इंटरफ़ेस लाइन (पीआरआइ) लाइन और एक राउटर लिया था।
यह लाइन चाइना, हांगकांग, सिंगापुर व मकाउ में स्नो फ्लाइ आनलाइन कंपनी से प्राप्त काल को कस्टमर तक भेजने के लिए लिया था। इस कार्य के लिए उसने कुल 500 नंबर लिए। 29 मार्च को कनाडा से एक मोबाइल नंबर से काल उसके सर्वर पर आया था, जिसे उसने जेल अधीक्षक के नंबर पर डायवर्ट कर दिया।
मुख्तार अंसारी की मौत से भी जोड़ा जा रहा है मामला
पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की 28 मार्च 2024 की रात को मौत हो गई थी। उस समय वह बांदा जेल में बंद था। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद ही जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
धमकी भरा फोन कनाडा से देहरादून में चल रहे अवैध टेलीफोन एक्सचेंज पर आया था, जिसे एक्सचेंज चलाने वाले आरोपित अनुराग गुप्ता ने जेल अधीक्षक को डायवर्ट किया था। एसटीएफ अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं यह फोन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ा तो नहीं था। ऐसे में एसटीएफ उत्तराखंड अब फोन करने वाले आरोपित की तलाश में जुट गई है।