एफएनएन, रुद्रपुर : भाजपा से दो बार लगातार विधायक रहे राजकुमार ठुकराल ने एक बार फिर शासन- प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है। ठुकराल का कहना है कि सत्ताधारी पार्टी के छुटभैय्ये नेता टशन में गनर लिए घूम रहे हैं पर उनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन संजीदा नहीं है। यहां बड़ा सवाल यह भी है कि स्थानीय स्तर पर तमाम ऐसे नेताओं को तो गनर उपलब्ध करा दिए गए जिनको न तो इसकी आवश्यकता है और न ही उनकी सुरक्षा को खतरा जैसी कोई बात, लेकिन पूर्व विधायक की अनसुनी क्यों की जा रही है ?
राजकुमार ठुकराल रुद्रपुर में भाजपा का चेहरा रहे हैं। दो बार वर्ष 2012 व 2017 में वह भाजपा के टिकट पर रुद्रपुर से चुनाव जीते हैं। गुजरे विधानसभा चुनाव में उनका टिकट कटा तो वह बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े। हालांकि उनकी जुबान पर मोदी और भाजपा के कसीदे रहे। 27,000 से ज्यादा उन्हें बोट भी हासिल हुए और तीसरा स्थान प्राप्त किया। विधायक रहते राजकुमार ठुकराल के पास दो गनर थे।
रुद्रपुर दंगे को लेकर वह कई संगठनों के निशाने पर थे तो उन्हें एक अतिरिक्त गनर शासन की ओर से दिया गया था। लेकिन विधायकी क्या छिनी, राजकुमार ठुकराल को सुरक्षा के लिहाज से ‘ लावारिस ‘ कर दिया गया। जिम्मेदार अधिकारियों ने यह तक नहीं समझा कि जिस विधायक की सुरक्षा को खतरा मानकर इसी भाजपा सरकार में अपर सचिव अतर सिंह द्वारा उन्हें 24 दिसंबर 2019 को शासकीय व्यय पर एक अतिरिक्त गनर दिया था, उनकी सुरक्षा क्यों हटा ली गई।
खैर, जो भी हो लेकिन शहर में इस वक्त छुटभैया नेताओं को गनर मिलना चर्चा का विषय बना हुआ है। इन नेताओं पर ग़नर की खुमारी टूटती नहीं दिखती। उनके रंग ढंग भी गनर को साथ लेकर चलने से बदले- बदले नजर आते हैं।
अब राजकुमार ठुकराल ने एक बार फिर शासन को अवगत कराया है। उनका कहना है कि रुद्रपुर दंगे के मुकदमे और पार्षद रहे प्रकाश सिंह धामी हत्याकांड में पैरवी को लेकर उनकी सुरक्षा और जानमाल को खतरा बना हुआ है। उन्होंने एक बार पुनः शासन से सुरक्षा की मांग की है। यहां यह ध्यान दिला देना जरूरी है कि भाजपा सरकार में पूर्व विधायक रहते कांग्रेस नेता तिलक राज बेहड़ को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।