- कहा- रद्द न हुआ बिल तो बड़ा प्रदर्शन
एफएनएन, रुद्रपुर : किसान बिल रद्द किए जाने की मांग को लेकर किसान व कांग्रेसियों ने गल्ला मंडी से रैली निकालकर बााटा चौक पर बिल की प्रतियां जलाई। केंद्र सरकार को हिटलरशाह करार देते हुए कहा कि किसान विरोधी बिल कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई समिति पर विरोध जताया और कहा इस समिति में उन लोगों को स्थान दिया गया है जो पहले से ही बिल का समर्थन करते हैं। उन्होंने बिल को तत्काल रद्द करने की मांग की। यह भी कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में इस बिल के विरोध में बड़ा आंदोलन और प्रदर्शन किया जाएगा। रैली में सैकड़ों की संख्या में किसान और कांग्रेसी कार्यकर्ता रहे।
गल्ला मंडी से होती हुई रैली डीडी चौक पहुंची जहाँ केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए। कांग्रेस नेता सीपी शर्मा ने कहा की सरकार किसान विरोधी बिल को जबरन थोपना चाहती है, जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने देश की आजादी में सिखों के योगदान का भी जिक्र किया। कहा, सरकार अगर कानून को वापस नहीं लेती है तो किसान मरने मिटने को तैयार है। बिल को रद्द किया जाए। किसानों को कोई कमेटी, कोई बीच का दलाल मंजूर नहीं है|
उन्होंने मोदी सरकार को चेताया कि अभी समय है, किसानों के सामने नतमस्तक होकर बिल को वापस ले लें। किसान नेता तजिंदर सिंह विर्क ने कहा की बिल के विरोध में किसान अपनी जान दे रहा है लेकिन सरकार को इससे कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने कहा कि इस मामले में निर्णय लिया गया तो किसान आंदोलन को और तेज किया जाएगा। मंडी समिति रुद्रपुर के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार पांडे ने भी सरकार के खिलाफ आग उगली और किसान बिल को वापस लेने की मांग उठाई। इस मौके पर राम सिंह वेदी, अमन दीप सिंह, गुरवाज सिंह, मोहन सिंह, गुरमीत सिंह, अपार सिंह आदि मौजूद थे।