एफएनएन, हल्द्वानी : पूर्व अंतराष्ट्रीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उसके बेटे रोहन प्रभाकर की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लाखों रुपये के धोखाधड़ी के मामले में हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी पिता-पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मनोज पर शहर के एक व्यापारी से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। मामले में पीड़ित व्यापारी ने पुलिस के महीनों चक्कर काटे और लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो कोर्ट से गुहार लगाई।
बरेली रोड निवासी जसविंदर सिंह भसीन, श्री गुरुनानक इंटरप्राइजेज के मालिक हैं। जसविंदर के मुताबिक उनकी फर्म कुमाऊ में सुपर स्टॉकिस्ट के तौर पर काम करती है, जो एफएमसीजी कंपनियों का फैक्ट्री से माल लेकर कुमाऊं में सप्लाई करती है। ऐसी ही एक कंपनी नेचुरल हर्बल प्राइवेट लिमिटेड क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उसके बेटे रोहन प्रभाकर की थी, जो सौंदर्य उत्पाद बनाती थी।
मनोज ने ढाई लाख रुपये लेकर उन्हें डिस्ट्रीब्यूटर बनाया और ब्लैंक चेक लेकर माल दिया। मनोज की कंपनी से उन्हें लगातार माल भेजा जाता और जसविंदर उसे सप्लाई कर देते। एक दिन अचानक मनोज ने अपनी कंपनी बंद कर दी। कंपनी से नया माल नहीं मिला और पुराना माल बाजार में फंस गया। आरोप है कि कंपनी के मार्केटिंग हेड ने मार्केट से सीधा पैसा उठवा लिया। इससे जसविंदर को लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
अब मनोज अपनी बंद हो चुकी कंपनी को बेचने की फिराक में है। जसविंदर शिकायत लेकर कभी हल्द्वानी कोतवाली, कभी सीओ तो कभी एसएसपी के चक्कर काटते रहे। पुलिस जांच की बात कहकर उन्हें टरकाती रही, लेकिन कार्रवाई नहीं की। जसविंदर का कहना है कि उक्ता कर उन्होंने कोर्ट की शरण ली और सारे सुबूत न्यायालय के समक्ष पेश किए। जिसके बाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अखिलेश कुमार पांडे ने मामले में हल्द्वानी कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं। कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पिछले साल लखनऊ के व्यापारी ने लिखाया था मुकदमा
हल्द्वानी : मनोज प्रभाकर पर पिछले साल भी हल्द्वानी कोतवाली में 11.44 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। यह मुकदमा पुरानी सब्जी मंडी लखनऊ उत्तर प्रदेश निवासी नीरज कुमार शुक्ल ने दर्ज कराया था। मनोज ने उन्हें भी सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बनाया था। वर्ष 2023 में मनोज ने बैठक बुलाकर सारे सेल्स स्टाफ को निकाल दिया और कहा नई टीम रखी जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बाद में पिता-पुत्र ने नीरज का फोन उठाना भी बंद कर दिया।