एफएनएन, देहरादून : खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में विभागीय मंत्री रेखा आर्य के अनुमोदन के बिना विभागीय सचिव की ओर से नैनीताल के जिला पूर्ति अधिकारी मनोज वर्मन को छुट्टी पर भेजने और छह जिला पूर्ति अधिकारियों के तबादलों के मामले ने तूल पकड़ लिया है। खाद्य मंत्री ने गुरुवार को इस मामले में सचिव सचिन कुर्वे की गोपनीय प्रविष्टि से संबंधित मूल पत्रावली तलब की है।
मंत्री रेखा आर्य ने सचिव कार्मिक को पत्र लिखकर खाद्य विभाग के सचिव एवं आयुक्त सचिन कुर्वे की गोपनीय प्रविष्टि से संबंधित मूल पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। मंत्री ने कहा कि 20 जून को खाद्य आयुक्त ने उनके अनुमोदन के बिना नैनीताल के जिला पूर्ति अधिकारी को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा। इस पर उन्होंने इस आदेश को रद्द करने एवं इस पर उनका अनुमोदन कराने के लिए उनका जवाब तलब किया था।
खाद्य आयुक्त व विभागीय सचिव ने उनके निर्देश को मानने के बजाए उसी दिन छह जिला पूर्ति अधिकारियों के उनके अनुमोदन के बिना तबादले कर दिए। तबादले इतनी जल्दबाजी में किए गए हैं कि इससे संबंधित बैठक के कार्यवृत्त में 22 जून 2022 की तिथि के बजाय 22 जून 2019 की तिथि लिखी गई है। संबंधित अधिकारियों ने भी बिना देखे इस पर हस्ताक्षर कर दिए।
- इन अधिकारियों के तबादलों का है मामला
खाद्य आयुक्त ने उनके कार्यालय में संबद्ध श्याम आर्य का पिथौरागढ़, मुकेश कुमार को हरिद्वार, देहरादून के जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी का चमोली, हरिद्वार के जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल का रुद्रप्रयाग, नैनीताल के जिला पूर्ति अधिकारी मनोज वर्मन को बागेश्वर और रुद्रप्रयाग के जिला पूर्ति अधिकारी मनोज डोभाल का नैनीताल तबादला किया है।
- सचिव ने आनन-फानन में कर दिए अधिकारियों के तबादले: रेखा
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास पहुंचा मामला
- बिना बायोमीट्रिक राशन मामले में छुट्टी पर भेजे गए थे वर्मन