अतीत के झरोखे से
निर्भय सक्सेना के साथ गणेश ‘पथिक’
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। शहर के हिन्द टॉकीज के मालिक रहे फिल्म निर्माता नरेंद्र नाथ कपूर उर्फ ‘निन्नी’ के फिल्म जगत के लोगों से वर्षों तक बेहद करीबी और गहरे ताल्लुकात रहे थे। दिलीप कुमार, शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा जैसे लीजेंड और मशहूर अभिनेता कई बार निन्नी के बरेली निवास पर आ चुके हैं। नवंबर 2024 में बरेली क्लब में वरिष्ठ सदस्यों के सम्मान कार्यक्रम ने नरेंद्र कपूर को उनके सामाजिक कार्यों के लिए बरेली क्लब द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
नरेंद कपूर ‘निन्नी’ ने जितेन्द्र-सुलक्षणा पंडित के साथ “मददगार” और निर्मला देवी, गोविंदा, आदित्य पंचोली के साथ “घमंड” फ़िल्म का निर्माण भी किया था। नरेन्द्र कपूर ‘निन्नी’ बताते हैं कि उनके दादा जिला जज केशव राम कपूर लाहौर में दिग्गज अभिनेता और प्रोड्यूसर पृथ्वीराज कपूर के पिता के घनिष्ठ मित्र थे। मुल्क के बंटवारे के बाद दंगों के दौरान केशव राम को अपने पुत्र प्रेम नाथ कपूर के साथ निस्बत लाहौर से रिफ्यूजी के रूप में पहले अमृतसर और बाद में लखनऊ में ठिकाने तलाशने पड़े।
नरेंद्र नाथ कपूर के पिता प्रेम नाथ कपूर ने भी हातिमताई जैसी 20 फिल्में लाहौर में बनाई थी। वह भी पृथ्वी राज कपूर के मित्र थे। बरेली में रोडवेज के महाप्रबंधक रहे उनके रिश्तेदार रोशन लाल के कहने पर प्रेम नाथ कपूर अपने पुत्र प्राण नाथ कपूर और नरेंद्र नाथ कपूर के साथ बरेली आ गए। बरेली में इब्राहिम स्टेट में उस समय हिन्द सिनेमा हॉल का भवन बन रहा था लेकिन उसे सिनेमा हाल की परमीशन नही मिली थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत ने प्रेमनाथ कपूर के परिवार को रिफ्यूजी कोटे से सिनेमा हॉल की विशेष परमिशन दिलवाई थी। बाद मे इस ऐतिहासिक सिनेमा हॉल में शहीद, दिल्लगी एवं ‘दुलारी’ जैसी कालजयी फ़िल्में खूब चलीं।
हालांकि बाद में कुछ अपरिहार्य कारणों से हिन्द सिनेमा बन्द हो गया था। 1954 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत ने ही स्थानीय राजनेता राममूर्ति की लगातार तगड़ी पैरवी पर हिन्द सिनेमा की रिओपनिंग कराई थी तब यहॉ ‘आवारा’ फ़िल्म लगी थी। लोक सभा सांसद रहे स्व. राममूर्ति भी वर्ष 1954 में हिन्द सिनेमा की रिओपनिंग सेरेमनी में शामिल हुए थे। हिन्द सिनेमा के पीछे का मार्ग आज भी पीएन कपूर मार्ग के नाम से जाना जाता है। सीतापुर नेत्र चिकित्सालय के बाहर पीएन कपूर मार्ग का शिलापट्ट भी लगा हुआ है।
हिन्द सिनेमा बरेली ही नहीं, प्रदेश का भी गौरव रहा था। इसके खूबसूरत नक्काशीदार इमारत को देखने के लिए बहुत से लोग आते थे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हिन्द सिनेमा को ‘उत्कृष्ट टॉकीज प्रशस्तिपत्र भी दिया गया था। नरेंद्र नाथ कपूर ने अपने बड़े भाई प्राण नाथ कपूर की स्मृति में बरेली में प्राण नाथ कपूर मेमोरियल आल इंडिया हॉकी टूर्नामेंट का शुभारम्भ भी बरेली कॉलेज में कराया था। इस प्रतिष्ठित हॉकी टू्र्नामेंट मे देश के नामी हॉकी खिलाड़ी अपनी टीमों के साथ शिरकत कर चुके हैं। प्राण नाथ कपूर बरेली नगर पालिका में मेम्बर (पार्षद) चुने गए। बाद में उन्हें नगर पालिका की वित्त कमेटी के चेयरमैन भी चुना गया। चेयरमैन की हैसियत से बने बरेली की जनता को टैक्स में छूट भी दिलवाई थी।
स्वर्गीय प्राणमाथ कपूर ने शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा लेकिन जीत नहीं पाए। बरेली कॉलेज के बोर्ड ऑफ कंट्रोल के सचिव और एलन यूनियन क्लब के सदस्य भी रहे थे। प्राणनाथ कपूर सिविल डिफेंस में चीफ वार्डन भी रहे। नरेन्द्र नाथ कपूर के भी राजनीतिक हस्तियों एवं प्रशासन के बड़े अधिकारियों से भी काफी नजदीकी संबंध रहे। कांग्रेस नेता जितेंद्र प्रसाद, राज्यपाल रहे प्रकाश कपूर, पुलिस अधिकारी भल्ला जी के अलावा होटल उद्यमी सागर सूरी भी उनके निवास पर बैठकी किया करते थे।
नरेन्द्र कपूर ‘निन्नी’ का जन्म 29 जुलाई 1942 में हुआ। उनका विवाह 26 जनवरी 1972 को रश्मि कक्कड़ से हुआ था। उनके तीन बेटियां एवं एक बेटा है । बेटी नविता और बेटा रोहन अपने परिवारों के साथ अमेरिका में रह रहे हैं। नरेन्द्र कपूर के साथ नोएडा में अब उनकी पत्नी श्रीमती रश्मि, दिव्यांग पुत्री अंजलि रहती है । दूसरी विवाहित बेटी अंशुम दिल्ली के एक समाचार पत्र में मार्केटिंग मैनेजर है।