फ्रंट न्यूज नेटवर्क इंटरटेनमेंट डेस्क, मुम्बई:, चर्चित फिल्म निर्माता-निर्देशक श्याम बेनेगल का सोमवार शाम 6.38 बजे निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
दो दिन पहले घर पर गिरकर चोटिल होने के बाद बेसुध हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। श्याम बेनेगल किडनी से जुड़ी संबंधी समस्याओं से भी जूझ रहे थे। दो दिन से काेमा में थे। मंगलवार शाम शिवाजी पार्क में अंतिंम संस्कार किया जाएगा।
बेटी ने दी जानकारी
श्याम बेनेगल की बेटी पिया ने क्रोनिक किडनी रोग के कारण 90 वर्ष की उम्र में मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल में अपने पिता के निधन की जानकारी साझा की है।
बेनेगल के नाम दर्ज हैं तमाम बड़े पुरस्कार
6५५बूूूीीीूअंकुर, मंडी, मंथन आदि जैसी मुख्य धारा से अलग कलात्मक-सार्थक फिल्मों ने बेनेगल को अलग पहचान दिलाई थी। इनमें से अधिकांश 70 या 80 के दशक के मध्य में रिलीज हुई थीं। श्याम बेनेगल को भारत सरकार द्वारा 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
श्याम बैनेगल की सफल फिल्मों में मंथन, जुबैदा और सरदारी बेगम शामिल हैं। अपने शानदार करियर में श्याम बेनेगल ने ‘भारत एक खोज’ और ‘संविधान’ सहित विभिन्न मुद्दों, डॉक्यूमेंट्री और टेलीविजन धारावाहिकों पर फिल्में बनाई थीं।
हाल ही में मनाया था 90वां जन्मदिन
इसी महीने 14 दिसंबर को बेनेगल ने दोस्तों और परिवार के साथ अपना 90वां जन्मदिन मनाया था। अभिनेता कुलभूषण खरबंदा, नसीरुद्दीन शाह, दिव्या दत्ता, शबाना आजमी, रजित कपूर, अतुल तिवारी, कुणाल कपूर और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई अन्य लोग इस भव्य समारोह का हिस्सा बने थे।
श्याम ने ऐसे बनाई थी पहली फिल्म
14 दिसंबर, 1934 को हैदराबाद में जन्मे बैनेगल कोंकणी भाषी चित्रपुर सारस्वत ब्राह्मण परिवार से थे। पेशे से फोटोग्राफर पिता श्रीधर बी. बेनेगल मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले थे। उन्होंने ही बेटे श्याम के दिल में फिल्म निर्माण की ललक जगाई थी।
महज 12 साल की उम्र में श्याम ने पिता स् उपहार में मिले कैमरे से अपनी पहली फिल्म बनाई थी। हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री हासिल करने के हैदराबाद फिल्म सोसाइटी की स्थापना की, जो सिनेमा में उनके शानदार सफर की शुरुआत थी।