
एफएनएन, देहरादून: उत्तराखंड के चर्चित बिल्डर दीपक मित्तल के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मुकदमा थाना राजपुर में दर्ज किया गया है. आरोप है कि दीपक मित्तल ने अपने साथियों के साथ मिलकर कंपनी के खातों से धोखाधड़ी कर करोड़ों की धनराशि का गबन का किया था.
आरोप है कि दीपक मित्तल ने कंपनी से खातों से गबन की गई धनराशि को अपने अन्य साथियों के खातों में ट्रांसफर, फिर उस पैसों से कम्पनी द्वारा बनाए जा रहे फ्लैटों की बुकिंग की गई थी. दीपक मित्तल के खिलाफ ये शिकायत आर्यन वालिया ने दर्ज कराई है.
आर्यन वालिया निवासी रेसकोर्स ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पिता राजपाल वालिया की जमीन के सिलसिले में दीपक कुमार मित्तल निवासी देवपुरा हरिद्वार से मुलाकात हुई थी. दीपक कुमार मित्तल ने पीड़ित के पिता को अपनी रियल स्टेट कंपनी पुष्पांजली रेआलमे एण्ड इंफ्राटेक कंपनी के सम्बन्ध में बताते हुए उनकी भूमि पर हाउसिंग प्रोजेक्ट लगाकर अच्छा मुनाफा कमाने की बात बताई. जिस पर पीड़ित के पिता ने अपनी करोड़ों रुपये की जमीन को पुष्पांजली रेआलमे एंड इन्फ्राटेक कंपनी को दे दी, जिसकी एवज में दीपक मित्तल ने पीड़ित के पिता राजपाल वालिया को अपनी कम्पनी में निदेशक और पार्टनर बना लिया और खुद भी कम्पनी का डायरेक्टर बना रहा.
आरोप है कि इस दौरान साल 2019 में अलग-अलग तारीखों में दीपक मित्तल ने अमव डेवलपर्स कम्पनी के निदेशक मनीष गुप्ता के साथ मिलीभगत कर कंपनी से कुल तीन करोड़ 32 लाख 50 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किए. इसके अलावा दो करोड़ 47 लाख रुपए मनीष गर्ग और एक करोड़ 71 लाख रुपए मनीष गर्ग की पत्नी विनीत गर्ग खाते में ट्रांसफर किए. इन सबके अलावा कुछ रकम पहले भी दीपक मित्तल ने निजी खातों में ट्रांसफर की थी.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी दीपक मित्तल के खिलाफ और उसकी पत्नी राखी मित्तल के खिलाफ पहले में धोखाधडी और गैंगस्टर एक्ट के 09 मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी के खिलाफ पुलिस द्वारा LOC (लुकआउट सर्कुलर) जारी की गई है. साथ ही रेड कार्नर नोटिस जारी करने की पूरी प्रक्रिया जनपद स्तर से पूरी की जा चुकी है. आरोपी दीपक मित्तल के खिलाफ कुल 08 मुकदमे थाना डालनवाला और 02 मुकदमे थाना राजपुर में दर्ज है.