Sunday, September 8, 2024
spot_img
spot_img
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
Homeराज्यउत्तराखंडदेहरादून में ड्रैगन फ्रूट की खेती हुई शुरू, 40 हेक्टेयर में खेती...

देहरादून में ड्रैगन फ्रूट की खेती हुई शुरू, 40 हेक्टेयर में खेती कराने के लिए किसानों को दिए पौधे

एफएनएन, देहरादून : प्राकृतिक सौंदर्यता में विख्यात दून में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू हो गई है। उद्यान विभाग ने पहली बार 40 हेक्टेयर में इसकी खेती कराने के लिए किसानों को 13,334 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए हैं। ड्रैगन फ्रूट की उपज को बेहतर दाम पर बेचने के लिए उद्यान विभाग किसानों को बाजार और सप्लायर भी उपलब्ध कराएगा।

दून में ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए पहली बार में रकबे की सीमा निर्धारित की गई है। तय लक्ष्य को अगर उद्यान विभाग प्राप्त कर लेगा तो इसका दायरा और बढ़ाया जाएगा। उद्यान विभाग के मुताबिक, दिल्ली और पश्चिमी यूपी समेत अन्य राज्यों में ड्रैगन फ्रूट की मांग बढ़ती जा रही है। इस वजह से देहरादून में ड्रैगन की खेती इस बार कराई जा रही है।

पांच विकासखंडों में कराई गई है खेती

विकासखंड डोईवाला, कालसी, सहसपुर, रायपुर व विकासनगर में गत सितंबर-अक्टूबर माह में 13,334 ड्रैगन फ्रूट के पौधों की रोपाई कराई गई है। जिले के किसानों को परंपरागत खेती के साथ ही ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। मुख्य उद्यान अधिकारी मीनाक्षी जोशी ने बताया कि जिन किसानों की जमीन सीमित है उन्हें इसकी खेती के लिए सबसे अधिक प्रेरित किया जा रहा है।

इम्यूनिटी बढ़ाता है ड्रैगन फ्रूट

ड्रैगन फ्रूट में मौजूद विटामिन-सी और कैरोटीनॉयड इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होते हैं। इसमें डाइटरी फाइबर की प्रचुरता होने से यह पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटी ऑक्सिडेंट, बीटा-कैरोटीन, लाइकोपीन आदि पोषक तत्व भी मौजूद हैं। इन्हीं खासियतों के चलते ड्रैगन फ्रूट बाजार में 350-500 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से मिलता है।

ये भी पढ़ें… रामनगर में अवैध रूप से खेत खोद बेच दिया 1735 घन मीटर उपखनिज, SDM व जिला अधिकारी की टीम ने की कार्रवाई, सात लाख लगा जुर्माना

 

रामनगर में अवैध रूप से खेत खोद बेच दिया 1735 घन मीटर उपखनिज, SDM व जिला अधिकारी की टीम ने की कार्रवाई, सात लाख लगा जुर्माना

विभाग की ओर से किसानों को निशुल्क पौधे उपलब्ध कराए गए हैं। उसके बाद से विभागीय अधिकारी खेतों का लगातार निरीक्षण कर किसानों को सलाह भी दे रहे हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments