
एफएनएन ब्यूरो, लालकुआं-नैनीताल (उत्तराखंड)। रविवार देर रात लालकुआं-हल्दूचौड़ के बीच वन विकास निगम के डिपो संख्या 5 के सामने हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर अचानक एक दर्जन हाथियों का झुंडआ धमका। इतने सारे जंगली हाथियों के आ जाने से हाईवे पर ट्रैफिक जाम हो गया और वाहन चालकों, यात्रियों में जबर्दस्त हड़कंप मच गया।

हाथियों के हाईवे पर ही डटे रहने की वजह से दोनों तरफ का यातायात काफी देर तक रुका रहा। हाथी रोड पर ही मस्ती करते रहे। अनुमान है कि हाथियों का यह झुंड टांडा के जंगल की ओर से आया होगा और बबूर गुमटी की ओर जाने की कोशिश में था। कुछ देर हाईवे पर ही मटरगश्ती करने के बाद तीन विशालकाय हाथी तो हाईवे की रेलिंग को पारकर आईओसी डिपो की ओर चले गए, जबकि आठ छोटे हाथी और हाथियों के बच्चे रेलिंग ऊंची होने के कारण उसे पार नहीं कर पाए और वापस टांडा के जंगल की तरफ लौट गए।
बाद में भी ये आठों हाथी काफी देर तक जंगल के किनारे खड़े होकर हाईवे पर आते-जाते वाहनों और उत्सुक-भयभीत लोगों को देखते रहे। इधर, विशालकाय जंगली हाथियों को इतने करीब से देखने का मौका मिलने पर कई लोग काफी खुश, उत्साहित और उत्सुक दिख रहे थे। बहुत से लोग अपने मोबाइल फोन के कैमरों से हाथियों के झुंड के फोटो और वीडियो भी बनाते देखे गए। हाईवे से हाथियों के हट जाने पर दोनों दिशाओं का ट्रैफिक तो लगभग 15 मिनट बाद चालू हो गया लेकिन हाईवे से कुछ ही दूर खड़े आठ हाथियों के झुंड को देखने और वीडियो बनाने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
गौरतलब है कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा तो हाथी कॉरिडोर के लिए रास्ता छोड़ दिया गया है लेकिन इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का डिपो आज भी कॉरिडोर के रास्ते का बड़ा अवरोध बना हुआ है। इस इलाके में अक्सर हाथियों के झुंड का मूवमेंट बना रहता है। नजदीक से ही गुजर रहा रेलवे ट्रैक भी हाथियों के साथ बड़े हादसे का कारण बन सकता है। इससे पूर्व भी इस क्षेत्र में हाथियों का मूवमेंट लगातार होता रहा है लेकिन हाथी कॉरिडोर के लिए अभी तक सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।