एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में राजमार्गों के साथ-साथ अब रेल यातायात पर भी आसमानी आफत के तांडव का बवाल भारी पड़ रहा है और इस कारण लक्सर जंक्शन की दर्जनों रेलगाड़ियों को या तो निरस्त किया गया है या फिर उनके मार्गों में परिवर्तन किया गया है बताते चलें कि अंबाला मंडल के सरहिंद-नांगल डैम सहित चंडीगढ़-सनेहवाल रेलखंड के अलावा दिल्ली मंडल के शाहदरा और हरिद्वार रेलवे यार्ड में रेलमार्ग पर भारी जलभराव के कारण कईं रेलगाड़ियां निरस्त कर दी गई है और कईं रेलगाड़ियों के निर्धारित गंतव्यों में कमी करते हुए कई उनका मार्ग परिवर्तन किया गया है रेलवे द्वारा विभिन्न तिथियों में गंतव्य स्टेशनों का बदलाव निर्धारित करते हुए।
कुंभ एक्सप्रेस सहित दून एक्सप्रेस, राप्ती गंगा एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, लिंक एक्सप्रेस और CH पैसेंजर सवारी रेलगाड़ियों के दोतरफा संचालन को मिलाकर दर्जनों रेलगाड़ियों का संचालन प्रभावित हुआ है वहीं आज दोपहर पौने 3 बजे मुरादाबाद रेल मंडल क्षेत्र के DRM यानी मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन द्वारा राप्ती गंगा एक्सप्रेस के लोको इंजन के जरिए और कोचिंग प्रभाग के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह द्वारा रेल कोच के जरिए मुरादाबाद से लक्सर और लक्सर से हरिद्वार रेलखंड पर ट्रैक इंस्पेक्शन को अंजाम दिया गया है।
मुरादाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह के मुताबिक फिलहाल रद्द की गई रेलगाड़ियों से जुड़े यात्रियों की सुख सुविधा के लिए समस्त रेलवे स्टेशनों पर आरक्षित टिकटों के रिफंड की विशेष व्यवस्था की गई है इसके अलावा डायल 139 की सक्रियता में बढ़ोतरी और NTES ऑनलाइन सिस्टम पर भी आवश्यक जानकारी लागू की गई है दरअसल संबंधित रेलमार्गों पर कईं रेलवे ट्रैक के अलावा 25 हज़ार वोल्ट विद्युत लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं और ऐसे में सुरक्षा एवं संरक्षा के दृष्टिगत कई रेलगाड़ियों को या तो रद्द कर दिया गया है या फिर विभिन्न तिथियों में उनके गंतव्य स्टेशनों का बदलाव करते हुए मार्ग परिवर्तन किया गया है।