एफएनएन, किच्छा: इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल डेवलपमेंट द्वारा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन अमेरिका के सहयोग से गुरुद्वारा सभा में विश्व मानव तस्करी विरोध दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन श्रम विभाग, बाल विकास विभाग, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट एवं आईएसडी के संयुक्त तत्वाधान में दीप प्रज्वलित कर किया गया।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी जीतो कौर ने बताया की बाल तस्करी का मुख्य कारण शिक्षा की कमी एवं गरीबी है, उन्होंने उपस्थित समुदाय से बच्चों की प्रति संवेदनशील होने की जानकारी दी, उन्हें बच्चों की शिक्षा, पोषण एवं सही देखभाल की आवश्यकता पर बल देने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर हेमा कांडपाल बाल विकास परियोजना अधिकारी ने कहा के बाल विवाह से महिलाओं के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव एवं निम्न पोषण के बारे में बताते हुए सही उम्र में विवाह के लिए आग्रह किया।
इस दौरान दिनेश कटियार श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि बाल मजदूरी का मुख्य कारण गरीबी है माता-पिता बच्चों को स्कूल भेजने की बजाय दुकानों पर काम करने के लिए प्रेरित करते हैं, उन्होंने सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए पहल के बारे में जागरूक करते हुए माता-पिता से अनुरोध किया कि बच्चों से बाल मजदूरी कराने के बजाय उन्हें स्कूल भेजें।
आईएसडी संस्था के अध्यक्ष डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए मानव तस्करी से संबंधित कानून, जनपद में बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड तथा चाइल्डलाइन द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में बताया। इसके अलावा संस्था की परियोजना निदेशक बिंदुवासिनी ने बताया की मानव तस्कर गिरोह महिलाओं एवं बच्चों की तस्करी से अनैतिक एवं गैरकानूनी कार्यों को अंजाम दिलाते हैं।
बच्चों की तस्करी के पश्चात भिक्षावृत्ति, ईंट भट्टों पर काम कराना, देह व्यापार जैसे अनेक नियम विरुद्ध कार्यों को कराते हैं। इस पूर्व ग्राम प्रधान आजाद नगर राजकुमार कोली, ग्राम प्रधान रानी माली ने संकल्प लिया कि यह अपने क्षेत्र में बाल मजदूरी मानव तस्करी के विरुद्ध कार्य करेंगे। चाइल्ड लाइन से संरक्षण अधिकारी उमा देवी एवं केस वर्कर दीपा मेहरा भी उपस्थित थे इसके आई एस डी संस्था के परियोजना समन्वयक मीरा परिहार रईस राणा, सुशीला, रविंद्र कुमार, आशुतोष, बिंद्रा तिवारी, माया, लीलिमा, मजूमदार, मीनाक्षी विश्वास, सोना मालिक, सुशीला, रेखा थे।
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