एफएनएन, देहरादूनः कोतवाली पटेल नगर क्षेत्र के अंर्तगत शिमला बाईपास रोड के पास बडोवाला में मिले दो बच्चों और एक महिला के शवों के ब्लाइंड केस का देहरादून पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले महिला के प्रेमी को गिरफ्तार किया है. प्रेमी ने प्रेमिका से छुटकारा पाने के लिए उसका और उसके दो बच्चों को मौत के घाट उतार दिया था.
ये है घटना
25 जून की शाम थाना पटेलनगर को बडोवाला क्षेत्र में पेट्रोल पंप से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना पुलिस को मिली थी. जिस पर कोतवाली पटेलनगर से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की तो नाले में शिशु समेत 2 बच्चों की लाश सड़ी-गली अवस्था में पड़ी हुई थी. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था.
इसके अगले दिन 26 जून को पुलिस ने शवों की शिनाख्त के लिए घटना स्थल पर ही सर्च अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस को कूड़े के ढेर के नीचे एक महिला का सड़ा गला शव बरामद हुआ. पुलिस ने शव को तुरंत पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और तीन शवों के ब्लाइंड केस की छानबीन शुरू की. शाम तक पुलिस की जांच में साफ हुआ कि तीन शव एक ही परिवार से मां और बच्चों के हैं.
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने घटना का खुलासे के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया. खुद अजय सिंह ने एसपी सिटी और टीमों के साथ केस की मॉनिटरिंग की. गठित टीमों ने जिले के सभी थानों और आस पास के जिलों मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर आदि स्थानों पर महिला और उसके बच्चों की गुमशुदगी से संबंधित जानकारी जुटाई. लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली.
उधर पुलिस को घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान एक ब्लू डार्ट कंपनी का नीले रंग का बैग मिला. जिसमें महिला और बच्चों के कपड़े और अन्य सामान था. पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस को मिला था. इसके बाद घटना स्थल के पास मौजूद फैक्ट्री के पास एक रोडवेज बस का टिकट जो नहटौर (बिजनौर, यूपी) से देहरादून का बरामद हुआ था. टिकट एक बालिग और 1 नाबालिग का था.
पुलिस ने फैक्ट्री के अंदर जांच की तो ब्लू डार्ट कंपनी के वैसे ही नीले रंग के बैग बरामद हुए. इसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों के संबंध में जानकारी जुटाई तो पुलिस को मौके पर नहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मचारी हसीन मिला. शक होने पर पुलिस हसीन को पूछताछ के लिए चौकी ले आई. जहां सख्ती से पूछताछ करने पर हसीन ने महिला से छुटकारा पाने के लिए उसकी और उसके दो बच्चों की हत्या करना कबूल किया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को मौके से ही गिरफ्तार किया.
इसलिए दिया हत्या को अंजाम
पुलिस के मुताबिक, आरोपी हसीन ने बताया कि वह बिजनौर का रहने वाला है और बडोवाला में एक फैक्ट्री में काम करता है. वह तलाकशुदा है और मृतक महिला रेश्मा से पिछले 2 सालों से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था. उसने बताया कि रेश्मा उस पर लगातार शादी करने और साथ रहने का दबाव बना रही थी. रेशमा समय-समय पर आरोपी पर खर्चों के लिए पैसों की मांग करती रहती थी. जिससे परेशान होकर हसीन उससे पीछा छुड़ाना चाहता था. लेकिन वह लगातार उसे फोन कॉल्स और मैसेजों के जरिए अपने साथ रखने की जिद कर रही थी. हसीन भी रेश्मा को देहरादून में कमरा ढूंढने और उसके बाद बुलाने की बात कहकर लगातार टाल रहा था. आरोपी हसीन ने बताया कि 23 जून की शाम मृतका अपनी 15 वर्षीय बेटी आयत और 8 महीने की आयशा के साथ आईएसबीटी देहरादून पहुंची.
देहरादून आने के बाद महिला ने हसीन को फोन कर देहरादून आने की जानकारी दी. जिस पर हसीन ने उससे पीछा छुड़ाने के लिए उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई और अपनी बाइक से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा. वह रेशमा और उसके दोनों बच्चों को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया. जहां रात तीनों को सुलाने के बाद हसीन ने सबसे पहले रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की और उसके बाद दोनों बच्चों का मुंह और नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया.
उसके बाद आरोपी ने तीनों शवों को फैक्ट्री के पीछे सूखे नाले में फेंक दिया और शवों को कूड़े के ढेर के नीचे दबा दिया. आरोपी ने मृतकों के कपड़े ब्लू डार्ट कंपनी के नीले बैग में डालकर शवों के साथ ही फेंक दिया. जबकि महिला का मोबाइल और उसके घर की चाबी अपने पास रख ली. आरोपी ने मृतकों के शव फॉम के गददों आदि से लपेटकर रखे थे, जिस कारण मृतकों के शव फूल गए थे.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि रेश्मा ने अपने पति का घर छोड़ दिया था और नहटौर में रह रही थी. हसीन भी नहटौर का रहने वाला है. यहीं से दोनों के बीच पिछले 2 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था.