Wednesday, July 30, 2025
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
Homeविविधआगरा में रिटायर्ड फायर सर्विस कर्मी से 27 लाख की साइबर ठगी

आगरा में रिटायर्ड फायर सर्विस कर्मी से 27 लाख की साइबर ठगी

आगरा और आसपास इलाकों के रिटायर्ड पुलिस कर्मी हैं साइबर ठगों के निशाने पर

एफएनएन, आगरा: आगरा और उसके आसपास के कई सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों को साइबर अपराधी अपना शिकार बना चुके हैं। साइबर ठग सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों को फोन कॉल कर बैंक खाते की गोपनीय डिटेल्स कलैक्ट करते हैं और रिटायरमेंट के बाद मिली पूरी रकम पलक झपकते उड़ा ले जाते हैं।  हाल ही में आगरा और उसके आसपास के इलाकों में तीन रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के बैंक खातों से साइबर ठगी के जरिए बड़ी रकम उड़ा ले जाने के सनसनीखेज मामले प्रकाश में आए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, साइबर ठग पिछले कुछ दिनों में 40 से ज्यादा रिटायर्ड पुलिस कर्मियों की जीवन भर की कमाई लूटने के लिए उन पर अपना जाल फेंक भी चुके हैं। साइबर ठगी की इन बड़ी घटनाओं को बेहद गंभीरता से लेते हुए आईजी ए सतीश गणेश ने सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों के व्यापक हित में एक एडवाइजरी जारी की है और व्हॉट्सएप्प पर ग्रुप बनाकर भी कुछ जरूरी जानकारियां और हिदायतें भी साझा की हैं।

आईजी ए सतीश गणेश ने सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों को साइबर अपराधियों से बचाने के लिए पुलिसकर्मियों और आईपीएस अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुपों को भी रिटायर्ड पुलिस कर्मियों के साथ जोड़ा है। साथ ही एडीजी स्थापना को भी इन ताजी घटनाओं से अवगत करा दिया है।

आगरा रेंज के अलावा अन्य कई जिलों में भी साइबर ठगी की शिकायतें मिली हैं। लिहाजा सभी रिटायर्ड और निकट भविष्य में सेवानिवृत्त हो रहे पुलिसकर्मियों को व्हाट्स एप से जोड़कर साइबर अपराधियों से बचने के तरीके बताए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश में सेवानिवृत्त होने वाले पुलिसकर्मियों को उऩकी विदाई पर ही इस संबंध में सचेत करने के लिए भी एडीजी स्थापना को पत्र लिखा है।

आईजी के निर्देश पर साइबर सेल ने भी एडवाइजरी जारी करके पुलिसकर्मियों को फोन पर बैंक खाते और विभाग की जानकारी लेने वालों पर विश्वास न करने की हिदायत दी है। आगाह किया गया है कि कोषागार की ओर से फोन करके व्यक्तिगत जानकारियां नहीं मांगी जाती हैं। अपनी निजी जानकारियां कोषागार पर पहुंचकर खुद ही देनी चाहिए।

केस 1- आगरा में अब रिटायर्ड फायर सर्विस कर्मी  से साइबर ठगी की बड़ी वारदात प्रकाश में आई है। साइबर ठगों ने रिटायर्ड फायर कर्मी को सेवानिवृत्ति के बाद मिली पूरी रकम उऩके बैंक खाते से धोखाधड़ी करके उड़ा ली और  प्रेम चंद के बैंक से 27 लाख रुपये उड़ा दिए। पीड़ित रिटायर्ड फायर कर्मी की शिकायत पर पुलिस साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है।

रिटायर्ड फायर कर्मी प्रेमचंद ने बताया कि यह रकम उनके बैंक खाते में विभाग द्वारा पेंशन, पीएफ और ग्रेच्युडी आदि के रूप में भेजी गई थी। पुलिस साइबर सेल के प्रभारी के मुताबिक, साइबर ठग ने प्रेम चंद को फोन पर खुद को ट्रेजरी कर्मचारी बताते हुए पेंशन बैंक में ट्रांसफर कराने की बात कही थी। इसके वास्ते साइबर ठग ने प्रेम चंद से उनके बैंक से संबंधित कुछ पर्सनल गोपनीय जानकारी भी मांग ली। प्रेम चंद साइबर ठग के जाल में फंस गए और उन्होंने बैंक डिटेल्स दे दी। फिर क्या था? साइबर ठह ने कुछ ही क्षणों में प्रेम चंद के बैंक  खाते से पेंशन-पीएफ आदि के पूरे 27 लाख रुपये निकाल लिए।

झारखंड में मिली साइबर ठग गिरोह की लोकेशन

सघन तफ्तीश के बाद साइबर सेल ने बताया कि जिस मोबाइल नंबर से रिटायर्ड फायर कर्मी प्रेम चंद को फोन आया था, उसकी लोकशन झारखंड की मिली है। जांच में यह भी पता चला है कि 30 नवंबर से एक दिसंबर के बीच रिटायर्ड फायर कर्मी प्रेम चंद के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया।

40 से ज्यादा पुलिस पेंशनर्स को फांसने की कोशिश

केस2-इससे पहले एलआईयू के रिटायर एचसीपी नाहर सिंह को भी साइबर ठगों ने इसी तरह से ठगा था। वह अक्टूबर में एलआईयू से रिटायर हुए थे। पीड़ित नाहर सिंह ने बताया कि उन्हें भी  फोन करने वाले ने खुद को ट्रेजरी कर्मचारी बताते हुए  पेंशन की रकम स्वीकृत कराने के लिए व्यक्तिगत जानकारी मांगी थी। नाहर सिंह साइबर ठग की बातों में फंस गए और जो कुछ पूछा, सब बता दिया. कुछ देर बाद ही उनके बैंक खाते से 96 हजार रुपये उड़ा लिए गए।  पुलिस ने बताया कि प्रेम चंद और नाहर सिंह दोनों से ठगी को अंजाम देने वाला एक ही गिरोह है। साइबर सेल आगरा रेंज की तफ्तीश में यह भी स्पष्ट हुआ है कि साइबर ठग गिरोह ने पिछले कुछ दिनों में 40 से अधिक पुलिस पेंशनर्स को ट्रेजरी कर्मी बनकर फर्जी फोन काल की हैं।

इन सावधानियों का रखें ध्यान

1. ट्रेजरी या बैंक वाले आपको फोन करके बैंक खाते से जुड़ी प्राइवेट जानकारी कभी नहीं मांगते हैं।

2. अगर कोई आपको फोन करके आपके मोबाइल पर आए पासवर्ड को शेयर करने की बात कहता है तो उसे हरगिज शेयर नहीं करें।

3. अगर आपको ट्रेजरी से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी चाहिए तो आप खुद ट्रेजरी कार्यालय चले जाएं और ट्रेजरी अधिकारी या बाबू को अपनी समस्या बताएं।

4. जिस भी बैंक एकाउंट में नेट बैंकिंग है, उसमें ज्यादा कैश नहीं रखें।

5. अपने बैंक खाते में जमा रकम को हमेशा सेविंग प्लस मोड में ही रखें।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments