एफएनएन, दिल्ली : कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जहां कोरोना की कई लहर सामने आई हैं| हमारे यहां भी कुछ राज्यों में अचानक से केस बढ़ने लगे हैं| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रतिनिधियों के साथ कोरोना के बढ़ते संकट को लेकर मीटिंग की| पीएम मोदी ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि एक बार फिर टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर देने की जरूरत है| महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, जैसे राज्यों में बढ़ रहे मामलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता व्यक्त की है|
इस वेव को नहीं रोका तो
कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जहां कोरोना की कई लहर सामने आई हैं| हमारे यहां भी कुछ राज्यों में अचानक से केस बढ़ने लगे हैं| पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश जैसे देशों में पॉजिटिव रेट काफी बढ़ा है| पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोरोना की इस वेव को यहीं नहीं रोका गया तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जनता को पैनिक मोड में नहीं लाना है, भय का माहौल नहीं बनाना है| हमें जनता को परेशानी से मुक्ति दिलानी है और पुराने अनुभवों को फिर से इस्तेमाल में लाना होगा|
टेस्टिंग बढ़ाएं, गांवों को बचाना जरूरी’
मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि टेस्ट-ट्रैक और ट्रीट को फिर से गंभीरता से लेना होगा| टेस्टिंग को बढ़ाना होगा, RT-PCR टेस्ट की संख्या 70 फीसदी से ऊपर लानी होगी| केरल-यूपी-छत्तीसगढ़ में रैपिड टेस्टिंग ही की जा रही है, जो चिंता का विषय है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि अब टियर 2 और टियर 3 शहरों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, अगर इन्हें नहीं रोका तो गांवों में मामले बढ़ सकते हैं और फिर कोरोना को संभाल पाना मुश्किल होगा|
वैक्सीनेशन पर भी दिया जाए ध्यान
संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन की रफ्तार होनी चाहिए, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश-यूपी में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है. ये बिल्कुल नहीं होना चाहिए. देश में हम करीब 30 लाख वैक्सीन रोज लगा पाए हैं, ऐसे में इसी रफ्तार को बढ़ाना होगा इसके लिए वैक्सीन वेस्टेज को रोकना होगा.
पीएम मोदी ने राज्यों को दिए ये पांच मंत्र…
1. ‘दवाई भी-कड़ाई भी’ का पालन करना होगा|
2. RT-PCR टेस्टिंग को बढ़ाना ही होगा|
3. माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाने पर जोर दिया जाए|
4. वैक्सीन लगाने वाले केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए, सरकारी-प्राइवेट किसी में भी वैक्सीन लगाने की सुविधा हो|
5. वैक्सीन की एक्सपाइरी डेट का भी ध्यान रखना होगा|
आपको बता दें कि देश में बीते कुछ दिनों से लगातार हर रोज 20 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं| महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, पंजाब और कर्नाटक ऐसे राज्य हैं, जहां ताजा मामलों के करीब 75 फीसदी केस सामने आ रहे हैं| यही कारण है कि पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मीटिंग बुलाई थी|
बुधवार को हुई इस बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल नहीं हो सके| इन सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने प्रतिनिधियों को बैठक में भेजा|