- बड़ा सवाल, आखिर मजबूत दावेदारों के बीच किन शर्तों और किस आधार पर होगी सुरेश गंगवार की घर वापसी
एफएनएन, रुद्रपुर : भगवा रंग में रंगी ऊधमसिंह नगर जिला पंचायत पर जल्द कांग्रेस का ठप्पा लग सकता है। यशपाल आर्य की घर वापसी के बाद खबर है कि जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार के पति और पंचायती राज्यमंत्री के प्रतिनिधि सुरेश गंगवार भी कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। पिछले दिनों सितारगंज में एक कार्यक्रम के दौरान समर्थकों ने उनकी मौजूदगी में कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाते हुए उनके कांग्रेस से लड़ने की बात भी कही थी। सुरेश गंगवार इस दौरान मुस्कुराते नजर आए थे।
सितारगंज सीट से विधायक सौरभ बहुगुणा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के काफी करीबी माने जाते हैं, इसलिए सुरेश को भाजपा से टिकट मुश्किल ही नहीं नामुमकिन लग रहा था। खैर, सुरेश की कांग्रेस में वापसी इस सीट से टिकट की शर्त पर होती है तो यहां से कांग्रेस के दावेदार भी कम नहीं हैं। पूर्व विधायक नारायण पाल, नव तेजपाल और पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर लड़ी मालती इनमें प्रमुख हैं। दौड़ में नारायण पाल और बंगाली वोटों के लिहाज से मालती विश्वास काफी मजबूत मानी जा रही हैं, हालांकि टिकट कैसे मिलेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन सुरेश गंगवार की कांग्रेस में वापसी तय है। यशपाल आर्य के साथ ही उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहा था तो ऐसे में उनकी कांग्रेस में जॉइनिंग की चर्चाएं तेज हो चली हैं। सूत्रों की मानें तो पूर्व में सुरेश को कांग्रेस का टिकट भी यशपाल की पैरवी पर ही मिला था लेकिन वह बुरी तरह पराजित हुए थे, ऐसे में उनकी दावेदारी कितना असर दिखाएगी, यह भविष्य के गर्भ में है। आपको बता दें कि उत्तराखंड गठन के बाद से ही ऊधमसिंह नगर जिला पंचायत पर गंगवार परिवार का कब्जा है।