- कोरोना गाइडलाइंस पर दिखाई सख्ती, लेकिन घाघ-लापरवाह अफसरों पर नरम ही रहे तेवर
एफएनएन, मीरगंज, बरेली: तहसील मीरगंज सभागार पर आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस कार्यक्रम के दौरान 33शिकायतों को पंजीकृत किया गया।बिना रोस्टर के पहुंचे मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद और डीआईजी राजेश कुमार पांडेय ने कुछ शिकायतों को सुना और निस्तारण हेतु निर्देशित किया।
बाहर ही रोके गए बगैर मास्क वाले
इस अवधि में मुंह पर मास्क लगा होने पर ही शिकायत को पंजीकृत किया गया। सभी को थर्मल स्क्रीन कर और उनके हाथ सैनिटाइज करवाकर ही अंदर भेजा गया । सम्पूर्ण समाधान दिवस पर 33शिकायतों को पंजीकृत कर निस्तारण का जिम्मा संबंधित विभागोंं केे अधिकारियो को सौंपा गया। समस्या समाधान की रियल्टी मोबाइल फोन से चेक की गई। समाधान दिवस पर शिकायतें सुन रहींं एसडीएम ममता मालवीय ने दोपहर के समय नामित अधिकारियों की उपस्थिति चेक की तो डिप्टी सीएमओ , सीडीपीओ शेरगढ़ ,ईओ फ़तेहगंज व शाही, सहायक अभियंता सिचाई सहित दर्जनभर अनुपस्थित निकले ।इसी तरह ,ईओ मीरगंज , बीडीओ फ़तेहगंज,बीईओ मीरगंज,चकबंदी अधिकारी सहित दर्जनभर से अधिक ने प्रतिनिधि भेज जबावदेही से बचने का प्रयास किया और इसमेंं सफल भी रहे।
समाधान दिवस निपटने के बाद पहुंच पाए दोनों
समाधान दिवस निपट चुका था। सभागार गेट पर ताला लग चुका था। तभी करीब सवा दो बजे मंडलायुक्त और डीआईजी दोनोंं तहसील पर पहुंचे। बिना किसी सूचना के पहुंचे मंडलायुक्त को देखकर हड़कंप मच गया ।मंडलायुक्त को देख कुछ लोग वहां पहुंचे और उन्हें शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपकर अपना पक्ष रखा।
पटल प्रभारी गैरहाजिर, जांच बैठाई
तहसीलदार अरविंद कुमार तिवारी के न्यायालय कार्य से हाईकोर्ट जाने और नायब तहसीलदार लकी सिंह के प्रशिक्षण पर होने की स्थिति में डब्लूबीएन/तहसील दिवस पटल प्रभारी कुलदीप सक्सेना को तलाशा गया।बताया गया कि अनुपस्थित हैं जिसपर कमिश्नर ने एसडीएम ममता मालवीय को जांच सौंपते हुए नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। इससे पूर्व कमिश्नर और डीआईजी ने तहसील परिसर को घूमकर भी देखा।