

फ्रंट न्यूज नेटवर्क स्पोर्ट्स डेस्क, सिंगापुर: नई भारतीय शतरंज सनसनी 18 साल के अल्हड़ डोंगराजा गुकेश ने फिडे वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप-2024 में गुरुवार शाम बेहद ही रोमांचक और तनावपूर्ण 14वीं और आखिरी बाजी में गत विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को 7.5-6.5 प्वाइंट्स से हरा दिया। 18 साल की सबसे कम उम्र में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतकर वह सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं।

बहरहाल, पूर्व विश्व चैंपियन रूस के व्लादिमीर क्रैमनिक भारतीय ग्रैंडमास्टर डोंगराजा गुकेश और चीन के डिंग लिरेन के बीच विश्व चैंपियनशिप मैच के दौरान शतरंज की गुणवत्ता से प्रभावित नहीं थे। उन्होंने बड़ा बयान देते हुए आज के खेल को ‘शतरंज का अंत’ करार दिया है। भारत के डी. गुकेश द्वारा खिताबी जीत दर्ज करने के बाद क्रैमनिक ने खेल की गुणवत्ता पर अपनी निराशा व्यक्त की और लिरेन की ‘एक गंभीर गलती को बचकाना’ बताया।
क्रैमनिक की तल्ख टिप्पणी, लिखा-शतरंज का अंत’ हो गया’
अपनी तीखी-बेलौस प्रतिक्रिया में क्रैमनिक ने एक्स पर लिखा, कोई टिप्पणी नहीं। दुखद। शतरंज का अंत हो गया है-जैसा कि हम जानते हैं। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “अभी तक किसी विश्व कप खिताब का फैसला इतनी बचकानी एक चाल की गलती से नहीं हुआ है।’
“No comment. Sad. End of chess as we know it.”
— Vladimir Kramnik (@VBkramnik) December 12, 2024
छठी बाजी के बाद भी की थी घटिया खेल स्तर की आलोचना
क्रैमनिक ने इसी चैंपियनशिप की छठी बाजी के बाद भी खेल के स्तर की आलोचना की थी और इसे कमजोर बताया था। उन्होंने लिखा, “सच कहूं तो मैं आज के खेल (छठी बाजी) से बहुत निराश हूं। यहां तक कि पांचवीं बाजी भी बहुत उच्च स्तर की नहीं थी। लेकिन आज–एक पेशेवर के लिए–दोनों खिलाड़ियों का खेल वाकई बहुत कमजोर था। यह बहुत निराशाजनक स्तर है।
दिग्गज गैरी कॉस्पारेव को हराकर बने थे क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन
रूस के 49 वर्षीय क्रैमनिक 2000 से 2006 तक क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन थे। क्रैमनिक ने 2000 में दिग्गज गैरी कास्पारोव को हराया और क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन बने थे।