एफएनएन, उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा मार्ग में गंगोत्री नेशनल हाईवे पर गंगनानी के पास तीर्थयात्रियों की बस हादसे का शिकार हो गई. इस बस हादसे में एक महिला की दुर्घटनास्थल पर ही मौत हो गई. दो महिलाओं ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. 26 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनका इलाज जारी है.
उत्तरकाशी में बस खाई में गिरी
जैसे ही पुलिस और प्रशासन को गंगनानी के पास तीर्थयात्रियों की बस खाई में गिरने की सूचना मिली, तत्काल एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, वन विभाग, फायर ब्रिगेड, आपदा प्रबंधन क्यूआरटी और राजस्व विभाग की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं. दुर्घटनास्थल के पास हरसिल और गंगनानी से मेडिकल टीमें भी एंबुलेंस के साथ तत्काल दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं.
बस हादसे में 3 महिलाओं की मौत
जिन तीन तीर्थयात्री महिलाओं की मौत हुई है, उनके नाम दीपा पत्नी महेंद्र चंद्र, निवासी हल्दूचौड़ हल्द्वानी, जिला नैनीताल, नीमा केडा पत्नी पूरण सिंह केडा, निवासी रुद्रपुर, जिला उधमसिंह नगर और मीना रैकवाल पत्नी महेंद्र सिंह रैकवाल, निवासी गौलापार हल्द्वानी, जिला नैनीताल है.
पेड़ ने बचा लिया बड़ा हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों और रेस्क्यू टीमों के अनुसार बस अनियंत्रित होकर जब खाई में गिरी तो रास्ते में पेड़ पर अटक गई. इस कारण एक बहुत बड़ा हादसा टल गया. अगर वो पेड़ नहीं होता तो बस कई मीटर नीचे गहरी खाई में गिर जाती. इससे बड़ा नुकसान हो सकता था. लेकिन पेड़ ने अनेक लोगों की जान बचा ली. बताया जा रहा है कि बस के ब्रेक नहीं लगने से चालक उस पर से नियंत्रण खो बैठा. बस खाई में करीब 20 मीटर नीचे तक गिरी. इसके बाद एक पेड़ पर बस रुक गई. अगर बस पेड़ पर नहीं रुकती तो सीधे भागीरथी नदी में जा गिरती.
गंगोत्री से लौट रहे थे तीर्थयात्री
उत्तरकाशी में हादसे का शिकार हुई बस गंगोत्री दर्शन करने के बाद तीर्थयात्रियों को लेकर उत्तरकाशी लौट रही थी. अभी ये बस गंगोत्री नेशनल हाईवे पर गंगनानी के पास पहुंची थी कि हादसे का शिकार हो गई. बस में सवार तीर्थयात्री दिल्ली, महाराष्ट्र और हल्द्वानी के निवासी हैं. बस उधमसिंह नगर की है. बस का नंबर UK 06 PA 1218 है.
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर बीएस रावत जो आपदा नियंत्रण में मौजूद थे उन्होंने बताया कि हादसे का पता चलते ही तत्काल 6 एंबुलेंस भेजी गई थीं. घायलों को भटवाड़ी और जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुद भी डॉक्टरों की टीम के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी पहुंचे.