एफएनएन, भोपाल : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इमरती देवी पर दिए गए अपने बयान से उठ रहे सवाल के जवाब में कहा है कि वे उनका नाम भूल गए थे, वे किसी का अपमान नहीं करते। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए कांग्रेस पर करारा हमला बोला है। बीजेपी नेताओं ने विरोध स्वरूप दो घंटे का मौन रखा। शिवराज ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी एक पत्र लिखा है। इस मामले में कमलनाथ ने खंडवा में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह नाम भूल गए थे। कमलनाथ ने कहा कि ”मैंने कुछ कह दिया था, यह अपमान नहीं था, सोच से नहीं कहा था, मुझे नाम याद नहीं था। जिसका नाम याद नहीं उसे कुछ कह दूं मैं… आज जैसे हमारे मंच पर आइटम नंबर 1 थे राजनारायण सिंह, आइटम नंबर दो थे अजय सिंह जी, ये लिस्ट में आइटम नंबर 1, आइटम नंबर 2, आइटम नंबर 3 किसी का नाम है. तो ये आज शिवराज सिंह तो बहाना ढूंढ रहे हैं, बैठ गए अनशन में कि मैंने किसी का अपमान कर दिया है, कमलनाथ किसी का अपमान नहीं करता, मैं तो सच्चाई के साथ आपकी पोल खोलता हूं.’ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान पर, पूरी बीजेपी हमलावर हो गई। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शिवराज अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ, तो ग्वालियर, इंदौर में दूसरे बड़े नेता दो घंटे मौन पर बैठे। मौन तोड़ा तो हमला किया. शिवराज सिंह ने कहा कि ”मुझे आपने नालायक कहा, नंगा भूखा कहा लेकिन एक अनुसूचित जाति की बहन के खिलाफ टिप्पणी की, अफसोस का शब्द भी नहीं निकला, बेशर्मी की हद है ये. अब आप उस टिप्पणी की व्याख्या कर रहे हैं.” कभी कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं, और अब पाला बदलकर कमल पकड़ने वाली इमरती देवी ने भी अपने पुराने मुखिया को खूब खरी खोटी सुनाई. इस मामले में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी ट्वीट कर कांग्रेस को घेरा.मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव है, वोट डाले जाएंगे 3 नवंबर को।