एफएनएन, सितारगंज: उत्तराखंड में विजिलेंस ने भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई की है। एक शिकायत पर टीम ने नानकमत्ता के पटवारी को आठ हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार नानकमत्ता निवासी ग्रामीण ने विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि उसने अपने खेत में धान की रोपाई की थी, जब धान पकने पर वह काटने गया तो गुरदीप कौर व उसके परिवार के लोगो ने उसे धान काटने से रोक दिया। इस पर शिकायतकर्ता द्वारा उपजिलाधिकारी और तहसील सितारगंज को प्रार्थना-पत्र दिया। जिस पर पटवारी त्रिलोचन सुयाल द्वारा पहले भूमि पर विवाद होने की रिपोर्ट लगायी गयी। पुनः उपजिलाधिकारी को प्रार्थना-पत्र देने पर पटवारी द्वारा दोबारा रिपोर्ट लगायी गयी। आख्या में शिकायतकर्ता के पक्ष में रिपोर्ट लगाने के एवज में 8000 रूपये की मांग की गई।
शिकायतकर्ता ने विजिलेन्स कार्यालय में प्रार्थना-पत्र दिया। जांच में शिकायत सही पाये जाने पर निरीक्षक विनोद कुमार यादव के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया। ट्रैप टीम द्वारा साधुनगर / सरौजा, उप तहसील नानकमत्ता के पटवारी त्रिलोचन सुयाल को शिकायतकर्ता से 8,000 रूपये की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। ट्रैप टीम में ट्रैप प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार यादव के अतिरिक्त निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी, उपनिरीक्षक रमेश सिंह विष्ट, हे०कां० दीप चन्द्र जोशी एवं कानि0 संजीव सिंह नेगी शामिल रहे । निदेशक सतर्कता ने ट्रैप टीम को 5000 रूपये नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।