एफएनएन, नई दिल्ली: हमारी भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर नींद को सबसे कम तवज्जो देते हैं। युवाओं में ज्यादातर ये देखा जाता है कि वो दिन में काम करते हैं और रात को देर तक जागकर मौज-मस्ती करते हैं। लेकिन वो अक्सर इस बात को भूल जाते हैं कि नींद की कमी (Lack of Sleep) सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकती है। सोते वक्त हमारा शरीर सिर्फ आराम ही नहीं करता, बल्कि रिकवर भी करता है। इसलिए नींद पूरी न होने की वजह से सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं। आइए इस बारे में और गहराई से जानते हैं।
मोटापा
इस बारे में काफी कम लोग जानते हैं कि नींद की कमी की वजह से व्यक्ति आसानी से मोटापे का शिकार बन सकता है। इसके पीछे की वजह है कि नींद घेरलिन और लेप्टिन हार्मोन्स को कंट्रोल करती है। जब हमारी नींद पूरी नहीं होती, तब हमारा शरीर ज्यादा मात्रा में घेरलिन हार्मोन रिलीज करता है, जिसके कारण ज्यादा भूख लगती है। इस वजह से व्यक्ति ज्यादा खाना खाता है और उसका वजन बढ़ सकता है। साथ ही, नींद की कमी की वजह से कॉर्टिसोल हार्मोन भी रिलीज होता है, जो शरीर में सूजन की समस्या को बढ़ा सकता है। लंबे समय तक ऐसा होने की वजह से मोटापे की समस्या भी हो सकती है।
दिमाग के काम करने की क्षमता कम होती है
नींद की कमी की वजह से दिमाग कमजोर हो सकता है। इसके कारण सोचने-समझने, याददाश्त और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। जिस वजह से आपको रोजमर्रा के छोटे-छोटे काम करने में भी तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, नींद की कमी की वजह से चिड़चिड़ाहट या मूड स्विंग्स भी हो सकते हैं।
कमजोर इम्युनिटी
सोते वक्त हमारा शरीर साइटोकाइन्स रिलीज करता है, जो इम्यून सिस्टम को एक्टिव रखते हैं। लेकिन नींद की कमी के कारण इम्यून सिस्टम के काम करने में दिक्कतें आ सकती हैं और आप आसानी से बीमार हो सकते हैं। इसके कारण, छोटी-मोटी बीमारियों से रिकवर करने में भी काफी समय लग सकता है।
मेंटल हेल्थ बिगड़ सकती है
नींद की कमी की वजह से कोर्टिसोल हार्मोन रिलीज होता है, जिसके कारण तनाव बढ़ता है। लंबे समय तक नींद पूरी न होने की वजह से इसका प्रभाव आपकी मेंटल हेल्थ पर पड़ सकता है। इसकी वजह से एंग्जायटी और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।
क्रॉनिक डिजीज का खतरा
नींद की कमी वजह से कॉर्टिसोल हार्मोन रिलीज होता है, जिसके कारण स्ट्रेस लेवल बढ़ता है और दिल की बिमारिया इपरटेंशन, डायबिटीज, स्ट्रोक जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए नींद की कमी की वजह से व्यक्ति आसानी से इन बीमारियों की चपेट में आ सकता है।