एफएनएन, बागेश्वर : पौष का महीना गया ही है कि जंगलो में आग लगानी शुरू हो गयी है। विकास खंड बागेश्वर से 10 से 15 किमी की दूरी में सोमेश्वर -गिरीछिना बाईपास सड़क मार्ग से लगे गाओं में चीड़ के जंगलों में लगी आग लगी है। कल शाम से ही बमटना,नैलगाड,धारी, लेटी के जंगलों में लगी आग से चार से भी अधिक घास के लठ्ठे जल कर खाक हो चुके है।
सबसे अधिक नकुसान पानसिंह ,राजेन्द्र सिंह,आनंद सिंह,लछिमा देवी और उनके ही परिवार के सरस्वती देवी को है। रात में ही बमटना के गांववासियों ने आग का प्रचण्ड रूप देखकर घरों से निकल कर आग बुझाई। फिर भी बहुमूल्य वन संपदा, घास,लीसे की व इमारती लकड़ी नष्ठ हो गयी। गाँव से ही लगा माध्यमिक विद्यालय लेटी के चारो तरफ धुवा ही धुवा फैल रहा है। बच्चों व बूढे जनो को सांस लेने में तकलीफ महसूस की जा रही है।
आखिर कब तक यों ही हमारे वन अग्नि के भेंट चढ़ते रहंगे। कही न कही स्थानीय निवासियों के साथ वन विभाग को भी सामंजस्य बनाना ही पड़ेगा। लेटी के शिक्षक प्रेम प्रकाश उपाध्याय,नंदन सिंह,छात्र जगदीश सिंह, पवन सिंह,नेहा, निर्मल आदि बच्चो ने अपने अभिवावकों व अध्यापकों के साथ आग निभाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी।