एफएनएन ब्यूरो, अमेठी। जिला अमेठी की शिवरतनगंज तहसील के अहोरवा भवानी कस्बे में शिक्षक, उनकी पत्नी और दो मासूम बेटियों को गुरुवार शाम कई राउंड अधाधुंध फायरिंग कर मौत की नींद सुला दिया गया। हाई प्रोफाइल अमेठी जिले में सरेआम हुई पूरे शिक्षक परिवार की नृशंस हत्या से इलाके भर में सनसनी, आक्रोश और दहशत का माहौल है। विरोधी यूपी की कानून-व्यवस्था पर बड़े सवाल उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और अमेठी के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने भी इस वीभत्स हत्याकांड पर संज्ञान लिया है। मौके से नौ खोखे और एक जिंदा कारतूस की बरामदगी अज्ञात हत्यारों के दुस्साहस और बेहद ही खतरनाक इरादों की साफ चुगली करते दिख रहे हैं। हालांकि हत्यारे कितने थे और किस वाहन से आए थे, यह अभी साफ नहीं है।
नवरात्रि में संध्या पूजा के बाद हो गया बड़ा कांड
अहोरवा भवानी कस्बे के निवासी शिक्षक सुनील कुमार और उनकी पत्नी नवरात्र के पहले दिन उपवास पर थे। दोनों शाम को संध्या पूजन के बाद अहोरवा भवानी मंदिर में दर्शन को जाने की तैयारियां कर रहे थे। लेकिन इसी बीच अचानक पहुंचे हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर शिक्षक सुनील कुमार उनकी पत्नी और दोनों मीसूम बच्चों के पूरे परिवार को गोलियों से भूनकर मौत को नींद सुला दिया।
बताते हैं कि शिक्षक परिवार के किराए के मकान के आसपास कई दुकानें हैं। लेकिन कोई घटना को लेकर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। पड़ोस में अमित मेडिकल स्टोर संचालित करने वाले राम मोहन ने बताया कि उन्हें कुछ समझ में नहीं आया। गोलियों की आवाज सुनाई दी। तो वह और आसपास के लोग बाहर निकलकर आए लेकिन तब तक हत्यारे वारदात को अंजाम देकर वाहन से भाग चुके थे। वारदात की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई।
पुलिस मौके पर पहुंची तो चारों लहूलुहान पड़े थे। पुलिस ने एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल भिजवाया लेकिन डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक, शिक्षक के परिवार को निशाना बना कर हमला किया गया। कुछ लोगों ने बताया कि बाइक से तीन-चार संदिग्ध लोग आए थे। मौके से नौ कारतूस के खोखे और एक जिंदा कारतूस की बरामदगी हुई है। अनुमान है कि वारदात को अंजाम देने वाले तीन से अधिक हो सकते हैं। हत्या में पिस्टल के इस्तेमाल की भी अटकलें हैं। हालांकि पुलिस भी फिलहाल कुछ नहीं बता पा रही है।
दबंग पर मुकदमा लिखाना शिक्षक परिवार को पड़ गया भारी
रायबरेली कोतवाली में शिक्षक की पत्नी द्वारा मुकदमा दर्ज कराना ही घटना की मुख्य वजह बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि 18 अगस्त को दबंग चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। दबंग की धमकियों के बाद शिक्षक परिवार ने रायबरेली छोड़ शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी कस्बे में अपना ठिकाना बनाया था। इससे पहले शिक्षक सुनील कुमार प्रतिदिन रायबरेली से ही स्कूल तक अपडाउन करते थे। साथी शिक्षक पवन कुमार ने बताया कि सुनील पहले रायबरेली से आते जाते थे, लेकिन पिछले करीब तीन माह से वह परिवार सहित यहीं रहने लगे थे। माना जा रहा है कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद खतरों को देखते हुए शिक्षक ने अहोरवा भवानी में रहना शुरू किया।
चंद मिनटों में ही उजड़ गया शिक्षक का पूरा परिवार
शिक्षक परिवार पर जब गोलियां चलाई गईं तो अंधेरा हो चुका था। बताया जाता है कि शाम करीब सात बजे की घटना है। एकाएक कई राउंड फायरिंग हुई। लोग जब तक कुछ समझ पाए, तब तक हमलावर घटना को अंजाम देकर निकल गए। कुछ लोगों का कहना है कि करीब 10 से 15 मिनट तक गोलियों की आवाज सुनाई दी। उसके बाद सन्नाटा पसर गया। जब पुलिस पहुंची तब पता चला कि इतनी बड़ी घटना हो गई।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान, जताया शोक, दिए सख्त निर्देश
शिक्षक सुनील कुमार व उनकी पत्नी पूनम, बेटी सृष्टि व लाडो की गोली मारकर हत्या के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लिया है। सीएम ने ट्वीट कर घटना पर शोक जाहिर करते हुए अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
शिक्षकों में आक्रोश, आरोपियों की फौरन गिरफ्तारी का दबाव
शिक्षक सुनील कुमार की परिवार सहित हत्या का मामला सार्वजनिक होते ही शिक्षकों और शिक्षक संगठनाें में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ गई। शिक्षक मौके पर पहुंचने लगे। मामला संज्ञान में आते ही बीएसए संजय कुमार तिवारी, बीईओ हरिओम तिवारी, धीरेंद्र प्रताप सिंह, प्रमोद तिवारी, महेंद्र मिश्र, अशोक मिश्र व विवेक सिंह आदि मौके पर पहुंचे। शिक्षक व संगठन नेताओं ने पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी व परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की। शिक्षक नेताओं का कहना है कि यदि 24 घंटे में आरोपियाें की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
बेटी के इलाज के दौरान आरोपी ने की थी छेड़छाड़
शिक्षक दंपती 18 अगस्त को रायबरेली जिले के एक निजी अस्पताल में बच्ची का इलाज करवाने गया था। जहां रायबरेली के तेलिया कोर्ट निवासी चंदन वर्मा ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी। शिक्षक ने विरोध किया तो उसकी पिटाई भी कर दी थी। आरोप है कि पहले भी चंदन उसे जान से मारने की धमकी दे चुका था।
एसटीएफ भी करेगी जांच
शिक्षक दपंती व बच्चों की हत्या के मामले में फोरेंसिक, सर्विलांस और डॉग स्क्वायड टीमें सबूत खंगाल रही हैं। एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच में जुटे हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो मंगेश यादव का एनकाउंटर करने वाले एसटीएफ के डीएसपी डीके शाही को मामले में लगाया गया है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर
शिक्षक सुनील कुमार व पत्नी पूनम के साथ दो बेटियां की निर्मम हत्या के बाद सोशल मीडिया ग्रुप पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक ग्रुप में अमेठी के अहोरवा भवानी जैसे पावन स्थान पर इतनी निंदनीय घटना को अंजाम देने वालों का इससे बुरा अंजाम होना चाहिए, जैसी बातें लिख रहे हैं। कुछ लोग कह रहे है कि हत्यारों को तरस नहीं आया इन मासूम बच्चों पर। पल भर में ही पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया। कैसे इंसान इतना गिर सकता है कि माता, पिता और दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या कर दी।
राहुल गांधी बोले-इंसाफ नहीं मिला तो जाऊंगा अमेठी
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने कहा, “यदि जल्द इंसाफ मिलता नहीं दिखा तो मैं खुद अमेठी जाऊंगा। इस मुद्दे पर मैंने अमेठी के सांसद केएल शर्मा से फोन पर बात भी की है।”