

मुकेश तिवारी, बरेली : 1993 से बरेली के लोगों को आवाज बनी आकाशवाणी में अब स्थानीय कलाकारों के लिए दरवाजे बंद होने जा रहे हैं। पहली जनवरी से आकाशवाणी में दूसरी सभा का प्रसारण बंद हो जाएगा। आकाशवाणी के स्थानीय प्रसारण की अवधि सवा नौ घंटे से घटकर सिर्फ चार घंटे रह जाएगी। इससे सौ से ज्यादा अस्थाई कंपीयर बेरोजगार हो जाएंगे और दो हजार से ज्यादा कलाकारों और वार्ताकारों को भी नुकसान होगा।
आकाशवाणी बरेली की 17 जून 1993 को स्थापना हुई थी और स्थापना के समय से ही बरेली केन्द्र के लिए लोगों का खूब प्यार मिला। मनोरंजन और सूचनाओं के तमाम साधन होने के बाद भी आकाशवाणी का महत्व कम नहीं हुआ। बरेली के संस्कृतिकर्मी , कवि, गीतकार, गायकों को आकाशवाणी बड़ा प्लेटफार्म देता रहा है लेकिन एक जनवरी के लोकल प्रसारण बंद होने से अब यह सिलसिला थमने जा रहा है । इस खबर से स्थानीय कलाकारों में भारी रोष है।