एफएनएन ब्यूरो, बरेली। डिप्टी सीएमओ डॉ. लईक अहमद अंसारी के नेतृत्व में बरेली से आई चिकित्सा विभाग की टीम ने बुधवार को मीरगंज क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित एक पैथालॉजी लैब को सील करवा दिया जबकि कई अवैध पैथोलॉजी लैब्स, नर्सिंग होम्स,अल्ट्रासाउंड सेंटरों के संचालक छापे की भनक लगते ही शटर गिराकर भाग गए।
पैथालॉजी लैब्स आदि के बगैर पंजीकरण अवैध संचालन की शिकायत पर सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ लईक अहमद अंसारी की अगुआई वाली चिकित्सा विभाग की टीम ने बुधवार को मीरगंज नगर क्षेत्र में छापा मारा। मीरगंज नगर में स्थित लाइफ लॉंग पैथोलॉजी लैब पर अभिलेखों की जांच में लैब का पंजीकरण नहीं मिला, डॉक्टरों का पैनल भी मौके पर नहीं था। बगैर प्रशिक्षित स्टाफ के जांचें की जा रही थीं। संचालन संबंधी वैध दस्तावेज भी नहीं दिखा पाने पर लैब को सील कर दिया गया। उधर, एक लैब सील होने की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल होते ही कई अन्य अवैध संचालक अपने-अपने शटर गिराकर भाग गए।
सूत्र बताते हैं कि सीएचसी से चिकित्सा विभाग की टीम के छापे की भनक पहले ही लीक होकर अपंजीकृत लैब अस्पताल,क्लीनिकों तक पहुंच चुकी थी। ऐसे में कुछ ने तो सुबह से ही लैब ,क्लीनिक दुकानें नहीं खोली थी। मीरगंज ब्लॉक क्षेत्र के ही धनेटा रेलवे फाटक के समीप भी एक लैब व एक क्लिनिक- अस्पताल को बीते सप्ताह सील किया गया था। इसी तरह आनंदपुर क्षेत्र में भी दो अस्पतालों पर एमओआईसी मीरगंज स्तर से नोटिस जारी कर चिकित्सा व्यवसाय को रोका गया था।मगर बुधवार 25 सितंबर को चारों स्थानों पर चिकित्सा व्यवसाय होता देखा गया।
वैसे सीएमओ बरेली के स्तर से बिना पंजीयन संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अंकुश लगाने का जिम्मा डिप्टी सीएमओ डॉ अमित कुमार पवार को सौंपा हुआ है। इसी तरह अपंजीकृत नर्सिंग होम, क्लीनिक, पैथालॉजी लैब आदि पर अंकुश लगाने का जिम्मा डिप्टी सीएमओ डॉ लईक अहमद अंसारी को नोडल के रूप में सौंपा हुआ है।वैसे तो सीएचसी-पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को भी अपंजीकृत लैब,अस्पताल,क्लीनिक मामले में असीमित अधिकार हैं।मगर अनुचित दवाब विशेष के चलते होता कुछ नहीं है।और तरह-तरह से जनता का दोहन होता आ रहा है। , डिप्टी सीएमओ लईक अहमद अंसारी, मीरगंज के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर विनय कुमार पाल ने बताया कि सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह के निर्देश पर बुधवार 25 सितंबर को मीरगंज नगर स्थित लाइफ लोंग पैथोलॉजी लैब को अपंजीकृत मानकर सील किया है। जिन्होंने आज दुकानें बंद रखी हैं उनको भी निरीक्षण की जद में जल्द लिया जाएगा। बेहतर होगा कि चिकित्सा व्यवसाय करने वाले पंजीकरण करा कर ही चिकित्सा व्यवसाय करें।