- दलील-उत्तराखंड में कृषि को समृद्ध करना है तो पंतनगर विश्वविद्यालय को बचाना ही होगा
एफएनएन, पंतनगर: पंतनगर विश्वविद्यालय की उपजाऊ भूमि पर एयरपोर्ट निर्माण के विरोध में कांग्रेस प्रदेश महामंत्री हरीश पनेरू ने 19 दिसंबर शनिवार से पंतनगर सहित आसपास क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान शुरू करने की घोषणा की है। शुक्रवार को पंतनगर के बड़ी मार्केट में आयोजित बैठक में विचार विमर्श के बाद इस आशय का निर्णय लिया गया है।
बैठक में पनेरू ने कहा कि प्रदेश सरकार जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की कृषि भूमि पर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण कराने पर आमादा है। जिसके लिए 1072 एकड़ भूमि नागरिक उड्डयन विभाग को हस्तांतरित भी हो चुकी है। जबकि पूर्व में भी सिडकुल सहित अन्य विकास कार्यों के लिए पंत विवि की लगभग साढ़े चार हजार एकड़ उपजाऊ भूमि दी जा चुकी है। यदि इसी प्रकार पंत विवि की भूमि खुर्द-बुर्द की जाती रही, तो आने वाले समय में हरितक्रांति की इस जननी का आस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। उत्तराखंड में कृषि को समृद्ध करना है तो पंत विवि को बर्बाद होने से बचाना ही होगा। जिसके लिए प्रदेश के बुद्विजीवियों को आगे आना ही होगा। इसके विरोध में आवश्यकता पड़ी तो मैं आमरण अनशन करने से भी पीछे नहीं हटूंगा। कहा कि हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत शनिवार को पंत विवि के वैज्ञानिकों से की जाएगी। यहां दान सिह नयाल, अनुराधा जोशी, विमला चौहान आदि दर्जनों कांग्रेसी मौजूद थे।
हल्दी की ओर हो एयरपोर्ट का विस्तार
कांग्रेस प्रदेश महामंत्री हरीश पनेरू ने कहा कि पूर्वमें बने प्लान-बी के तहत मौजूदा एयरपोर्ट का ही हल्दी की ओर विस्तारीकरण होना चाहिए। इससे जहां टीडीसी को जीर्ण-शीर्ण हो चुके आवासों से छुटकारा मिलेगा, वहीं इससे मिलने वाला मुआवजा टीडीसी के लिए संजीवनी साबित होगा। साथ ही प्रशासन को यहां बसे अवैध कब्जेदारों से भी छुटकारा मिल जाएगा। इससे जहां विवि की भूमि खुर्द-बुर्द होने से बच जाएगी, वहीं मौजूदा एयरपोर्ट का इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रयोग होने से एएआई का करोड़ों रूपए का नुकसान भी बचेगा।