एफएनएन, गोरखपुर: शाहपुर थाना क्षेत्र के गीता वाटिका के पास रविवार को एक घर में हुई मां-बेटी की हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया. इस हत्याकांड का अभी राज खुलना बाकी है, लेकिन पुलिस और परिजनों ने इसकी गंभीरता से जांच शुरू कर दी है. मृतक मां और बेटी का पोस्टमार्टम कराया गया है और मंगलवार को दोनों शवों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया गया. बड़ी बेटी सुशीला ने अपनी मां और बहन को मुखाग्नि दी.
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि कातिल ने मां बेटी के सिर पर हथौड़े से जोरदार चोट पहुंचाई, जिससे सिर की हड्डियां 4-5 टुकड़ों में टूट गई हैं. करीब 4 करोड़ के घर के ग्राउंड फ्लोर पर मां-बेटी रहती थीं और ऊपर का तल किराए पर था. जिसमें 2 किराएदार रहते थे. इस घटना में कातिल ने फिलहाल कोई सुराग तो नहीं छोड़ा है लेकिन घटनास्थल से जिस तरह से फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाएं हैं. उससे ऐसा लग रहा है कि कातिल मां-बेटी को पहले जानता था.
परिचित पर हत्या का शकः पुलिस के अनुसार, घटनास्थल को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि कातिल घर की सभी हालत को ढंग से जानता था. तभी तो वह मुख्य द्वार से घर में प्रवेश किया. उसे लॉक किया और हत्या के बाद बंद गेट छोड़ पिछले दरवाजे से फरार भी हो गया. हत्या के बाद शांति देवी की बॉडी ड्रॉइंग रूम में सोफे पर थी जबकि उनकी बेटी की लाश अंदर बेडरूम में पाई गई. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर का कहना है कि सबूत तो हाथ नहीं लगे, लेकिन आधार जो बने हैं उस पर जांच चल रही है. करोड़ों की कीमत के मकान को विवाद का आधार माना जा रहा है. मर्डर के साथ घर की अलमारी में रखे गहने और रुपए भी निकाल लिए गए हैं.
घटना की जानकारी जब बड़ी बेटी सुशीला जायसवाल को हुई तो वह अपने पति नवीन चंद्र जायसवाल के साथ मंगलवार को गोरखपुर पहुंची. लखनऊ के विकास नगर में रहने वाली सुशीला की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के सिर की हड्डी 4-5 टुकड़ों में टूटी है. जिससे उनकी मौत हुई.
अलमारी से विमला के गहने और रुपये गायब: वहीं, अंतिम संस्कार के दौरान सुशीला के घर के कुछ पड़ोसी भी वहां मौके पर पहुंचे थे. इस दौरान शाहपुर पुलिस भी वहां मौजूद रही. सुशीला ने पुलिस के साथ घर के दोनों कमरों, अलमारी को खोलकर देखा तो गहने और रुपए गायब हैं. पुलिस को इस हत्याकांड में 24 घंटे के बाद कुछ सबूत मिले हैं लेकिन अभी वह इस पर कोई मजबूत टिप्पणी नहीं कर पा रही है. क्योंकि कातिल ने पूरी प्लानिंग के साथ इस हत्या को अंजाम दिया है. पुलिस इस मामले में प्रॉपर्टी डीलर से भी पूछताछ में है जो इस मकान की डील कर रहा था. घर के अंदर से करीब 8.50 लाख रुपए और जेवर गायब हैं.
पुलिस कर रही पूछताछ: अब तक इस मामले में 30 लोगों से पूछताछ पुलिस कर चुकी है और घटना के खुलासे के लिए 5 टीम बनाई गई है. ई रिक्शा चालक को भी दो बार थाने बुलाकर पूछताछ हुई है और उसे घर भेजा गया है. घटना के बाद पुलिस का खोजी कुत्ता घर के पास खड़ा होने वाले ई रिक्शा और सड़क पर एक अंडे के ठेले के पास बार-बार जा रहा है. इसलिए पुलिस को इन दोनों से बार-बार पूछताछ करनी पड़ रही है.11 बजे रात दूध का पैकेट लेने दुकान गई थी विमला: पुलिस अधीक्षक उत्तरी ज्ञानेंद्र ने बताया है कि जांच कर रही पुलिस टीम से थोड़ी दूर दुकानों में लगे सीसीटीवी में एक जगह रात में करीब 11 बजे विमला एक दुकान से पैकेट वाला दूध लेकर जाती दिखी है. इसके बाद कोई लोकेशन नहीं मिल रही. उन्होंने बताया कि बड़ी बहन सुशीला ने बताया कि 20 नवंबर की रात उसकी मां बहन से बात हुई थी तो सब कुछ ठीक था.
नाती के नाम किया मकान: सुशीला ने बताया कि उसके पिता राम नरेश ने मेरे बेटे और अपने नाती ऋषभ के नाम वसीयत कर दिया था. इसके बाद ऋषभ ने बालिग होने पर इसका पावर ऑफ अटॉर्नी उसे सौंप दिया. उन्होंने 5 साल पहले एक प्रॉपर्टी डीलर अजय मिश्रा को 55 लख रुपये में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट भी कर दिया था. पिता राम नरेश ने दो शादियां की थी. उनकी दूसरी पत्नी की बेटियों से कमरा खाली कराए गए थे. ये मकान करीब 4000 वर्ग फीट का है. मकान का हाउस टैक्स बेतियाहाता निवासी अजीज शाही के नाम चढ़ा होने को लेकर भी सालों से विवाद रहा है. लगभग 10 साल पहले एक छात्र नेता ने भी अपने लोगों को किराएदार बनाकर जबरन मकान कब्जा करने की कोशिश की थी. तब मामला गोरखनाथ मंदिर पहुंचा और ये लोग मकान छोड़कर चले गए थे.
पिता ने की थी 2 शादी: शांति देवी अपने पति रामनरेश जायसवाल के साथ 1965 में गोरखपुर आईं थी. यहीं पर मकान बनवाकर रह रहीं थीं. रामनरेश की 2 शादियों से कुल 4 बेटियां थीं. उनकी पहली पत्नी से बड़ी बेटी सुशील जायसवाल की शादी जौनपुर में हुई थी, जो वर्तमान में अपने पति-बच्चों के साथ लखनऊ में रहती है. दूसरी पत्नी की दोनों बेटियों ने प्रेम विवाह किया था. जबकि विमला ने शादी ना करके अपने वृद्ध मां की देखभाल की जिम्मेदारी उठाई थी. पुलिस अधीक्षक उत्तरी ने कहा है कि इस मामले में जो सबूत हाथ लगे हैं. उसके आधार पर जांच प्रक्रिया आगे चल रही है. प्रॉपर्टी का सौदा, किराएदारों के रिकॉर्ड और पड़ोसियों के बयान के आधार पर पुलिस आगे बढ़ रही है. हत्या में एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा.





