एफएनएन, बरेली: तीन दशकों से आम लोगों की मेहनत की करोड़ों रुपये की कमाई को एफडी और आरडी स्कीमों के नाम पर जमा करती आ रही अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड के बदायूं स्थित दफ्तर में ताला पड़ने से कम्पनी के निवेशक परेशान हैं। निवेशक बदायूं दफ्तर से लेकर बरेली में डायरेक्टर के घरों तक चक्कर काट रहे हैं। दो दिन तक हंगामा भी हुआ मगर अभी तक दोनों जिलों में ठगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
पिछले दो दिन तमाम निवेशकों ने निदेशक शशिकांत मौर्य और उनके भाई भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्य के सिंधुनगर स्थित घर पहुंचकर हंगामा काटा था। निवेशकों ने कम्पनी के डायरेक्टर के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने जैसे-तैसे कम्पनी के निदेशकों को घर से निकाला था। अब कम्पनी के डायरेक्टर शशिकांत सुनियोजित तरीके से गायब हो गए हैं। वहीं शशिकांत के भाई और भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्य ने कम्पनी से पल्ला झाड़ लिया है। इससे पहले फरवरी में बदायूं सदर कोतवाली क्षेत्र के मीरा सराय शेखुपुर रोड स्थित कम्पनी के कार्यालय पर निवेशकों ने कम्पनी दिवालिया होने की बात कहकर हंगामा किया था। तब भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पीएसी भी लगानी पड़ी थी। निदेशक ने मई तक भुगतान का वादा किया था। अब टालमटोल कर निवेशकों को झांसे में ले रहे हैं, इसलिए निवेशक आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।
सूर्यकांत ने जारी किया वीडियो, मेरी कम्पनी में सबकुछ ठीक
भाजपा नेता और अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड के डायरेक्टर शशिकांत के भाई सूर्यकांत मौर्य ने रविवार को फेसबुक पर वीडियो जारी कर सफाई दी है। सूर्यकांत ने एक अन्य कम्पनी का नाम बताया, जिसका नाम शशिकांत की कम्पनी से मिलता जुलता है। सूर्यकांत के मुताबिक वह अमर ज्योति रुहेलखंड निधि लिमिटेड के डायरेक्टर हैं। वह कम्पनी को आगे ले जाने वाले हैं। सूर्यकांत के मुताबिक उनकी कम्पनी के साथ एक छुटभैया नेता ने साजिश की है। कम्पनी और परिवार को नुकसान पहुंचाने के लिए साजिश रची गयी थी।
उन्होंने निवेशकों से कम्पनी पर विश्वास रखने की अपील की है। वहीं समयानुसार निवेशकों का भुगतान करने का वादा किया है, लेकिन सूर्यकांत ने अपने भाई शशिकांत की कम्पनी को लेकर कोई बात वीडियो में नहीं कही है। अमर ज्योति यूनिवर्स निधि प्राइवेट लिमिटेड कब निवेशकों के रुपये लौटाएगी इसको लेकर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वीडियो में वह सिर्फ अपनी कम्पनी के बारे में टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं।