एफएनएन, जम्मू-कश्मीर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने कायराना हरकत की है। आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की और 26 लोगों की जान ले ली। जम्मू-कश्मीर सरकार ने हमले में मारे गए लोगों के परिवार के लिए मुआवजे का एलान किया है।
अटारी बंद, वापसी की एक ही सूरत
पंजाब के अमृतसर में अटारी एकीकृत चेकपोस्ट से सुबह के दृश्य। पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव से एकीकृत चेकपोस्ट अटारी को बंद करने का फैसला किया है। जो लोग (पाकिस्तानी नागरिक) वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर गए हैं, वे 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
पिता ने सुनाई खौफ की दास्तान
मृतक शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने बताया कि मेरा बेटा, उसकी पत्नी और साली ‘मिनी स्विटजरलैंड’ नामक जगह पर गए थे, जो काफी ऊंचाई पर है, और हम उस जगह से 7 किलोमीटर पहले एक रेस्टोरेंट में रुके थे। जब आतंकवादी आए तो वे (परिवार के लोग) कुछ नाश्ता कर रहे थे। उन्होंने पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान, और उसके बाद उन्होंने मेरे बेटे के सिर में गोली मार दी। मेरी बहू ने उनसे कहा कि उसे भी मार दो, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने उससे कहा कि हम तुम्हें इसलिए जिंदा छोड़ रहे हैं ताकि तुम मोदी को यह सब बता सको। हमने श्रीनगर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और हमने उन्हें बता दिया है कि हम क्या चाहते हैं।
शुभम के पिता ने कहा- कार्रवाई ऐसी हो कि…
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गये शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर देर रात कानपुर पहुंचा। हर तरफ दुख और विलाप था। शुभम के पिता की आंखों से भी आंसू थम नहीं रहे थे। शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि कार्रवाई ऐसी होने चाहिए कि उनकी सात पीढ़ियां भी यहां किसी को मारने का दुस्साहस न करें।
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज बोले- सरकार बड़ी कार्रवाई के लिए तैयार
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा है कि हर भारतीय सरकार के साथ है और आतंकवादियों या उनके सहयोगियों के खिलाफ की जाने वाली किसी भी कार्रवाई में उसका समर्थन करेगा। ऐसी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं। कश्मीर हमारा है और इसमें किसी तरह का डर नहीं होना चाहिए। मुझे लगता है कि सरकार ने कुछ साहसिक कदम उठाए हैं। अमरनाथ यात्रा भी बिना किसी बाधा के पूरी होगी, इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए, क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह घटनास्थल पर गए थे और मुझे लगता है कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति से बचने के लिए उचित कार्ययोजना बनाई जा रही है। सरकार बड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
सीएम रेखा गुप्ता ने नौसेना के शहीद लेफ्टिनेंट को दी श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों का पार्थिव शरीर बुधवार को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंचा। इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शहीद नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री ने नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल को गले से लगाया और सांत्वना दी। इस दौरान वह काफी भावुक हो गईं। शहीद लेफ्टिनेंट का पूरा परिवार भी वहां मौजूद रहा।
10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर
जम्मू-कश्मीर सरकार ने बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या की निंदा की और प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की। अधिकारियों ने बताया कि ये फैसले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में एक विशेष कैबिनेट बैठक में लिए गए, जिसे पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के लिए बुलाया गया था।
विशेष सत्र बुलाने की सलाह
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर कैबिनेट ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की सलाह देने का फैसला किया। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार शाम को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। उन्होंने कहा कि मंत्रिपरिषद ने उपराज्यपाल को 28 अप्रैल को जम्मू में प्रातः 10.30 बजे जम्मू-कश्मीर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की सलाह देने का निर्णय लिया है।
सरकार से गुहार
पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों ने शोक व्यक्त किया है और सरकार से अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
छत्तीसगढ़ में दी गई श्रद्धांजिल
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव और अन्य मंत्रियों तथा अधिकारियों ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए दिनेश मिरानिया को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
उपमुख्यमंत्री पाठक ने दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी और नेपाल के सुदीप को श्रद्धांजलि अर्पित की है। दोनों का पार्थिव शरीर लखनऊ लाया गया है। पाठक ने कहा कि यह एक दुखद अवसर है… सरकार आतंकवादियों द्वारा किए गए इस कायराना हमले का उचित जवाब देगी।