![](https://frontnewsnetwork.com/wp-content/uploads/2025/01/300x250-4.jpeg)
– अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के 18 रेफरियों को दिखाया गया बाहर का रास्ता
– 50 में से तीन कोच की भी राष्ट्रीय खेलों से छुट्टी
एफएनएन, रुद्रपुर : 38वें राष्ट्रीय खेलों में पदक फिक्सिंग का मामला जगजाहिर होने के बाद धामी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। ताइक्वांडो के पदकों में ‘ खेल ‘ के दौरान हल्द्वानी पहुंचे 18 अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के रेफरियों को बाहर कर दिया गया है। वहीं 50 में से तीस कोच भी हटा दिए गए हैं। राष्ट्रीय खेलों में धब्बा लगाने की कोशिश पर सरकार की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले तकनीकी आचरण समिति (जीटीसीसी) ने ताइक्वांडो प्रतियोगिता के डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (डीओसी) को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में आयोजित हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों को निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए धामी सरकार संकल्पित है, बावजूद लगातार ऐसे घटनाक्रम हो रहे हैं जो निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं और प्रतियोगिताएं विवादों से घिर रही हैं। इनमें ताइक्वांडो प्रतियोगिता भी शामिल है। हल्द्वानी स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित इस प्रतियोगिता पर बड़ा धब्बा लगा है। आरोप है कि ताइक्वांडो में प्रतियोगिता शुरू होने से पहले ही 16 भार वर्गों में से 10 के परिणाम तय कर दिए गए थे। आरोप यहां तक है कि डीओसी ने स्वर्ण पदक के लिए 3 लाख, जबकि रजत पदक के लिए 2 लाख और कांस्य पदक के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी।
शिकायत मिलने के बाद जीटीसीसी की अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने कार्रवाई करते हुए डीसीओ को हटा दिया था। अब बुधवार को राष्ट्रीय खेलों के लिए देशभर से हल्द्वानी पहुंचे ताइक्वांडो इवेंट के 18 रेफरियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इसके अलावा 30 कोच भी हटाए गए हैं, हालांकि इससे नाराज रेफरियों और कोचों ने बुधवार को हल्द्वानी के गोलापार स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर में कार्रवाई का विरोध किया। आरोप लगाया कि पूर्व में तय 30 कोच हटाने से खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी असर पड़ेगा, वहीं डीसीओ ताइक्वांडो एस दिनेश कुमार का कहना है कि स्टेट ओलंपिक संघ की ओर से रेफरी एवं कोच का नाम सीटीसी को भेजा जाना है, जीटीसीसी की मंजूरी मिलने के बाद ही उन्हें शामिल किया जाएगा।