एफएनएन स्पोर्ट्स डेस्क: नई दिल्ली। पेरिस पैरालिंपिक्स में शनिवार को 10वें दिन भारत ने एक स्वर्ण और एक कांस्य-कुल दो पदक हासिल किए। नवदीप सिंह ने अयोग्यता के बाद भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता जबकि सिमरन ने महिलाओं की 200 मीटर दौड़ स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। अन्य एथलीटों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन 7 सितंबर को भारत के कुल पदकों की संख्या 29 तक पहुंच गई है।
नवदीप ने पुरुषों की भाला फेंक F41 फाइनल स्पर्धा में 47.32 का अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत थ्रो दर्ज कर रजत पदक जीता था। लेकिन कुछ ही मिनट बाद, ईरानी विजेता सादेग बेत सयाह को कदाचार के लिए अयोग्य घोषित करते हुए उनका स्वर्ण पदक छीनकर नवदीप के रजत पदक को स्वर्ण पदक में बदल दिया गया। नवदीप ने 47.32 मीटर थ्रो के साथ विश्व रिकॉर्ड धारक चीन के सन पेंगजियांग को पछाड़कर रजत पदक जीता था।
पीटीआई के अनुसार, सयाह को बार-बार आपत्तिजनक झंडा दिखाने के कारण अयोग्य घोषित किया गया। अंतरराष्ट्रीय पैरालिम्पिक्स समिति के नियमों के अनुसार खिलाड़ियों को इस आयोजन में कोई भी राजनीतिक संकेत नहीं देने की सख्त हिदायत है। दृष्टिबाधित धावक सिमरन ने अपने गाइड अभय सिंह की मदद से महिलाओं की 200 मीटर (टी 12) स्पर्धा में 24.75 सेकंड का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकालते हुए कांस्य पदक जीता। इन दोनों खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत शनिवार को 10वें दिन के खेलों के समापन पर भारत के कुल पदकों की संख्या 29 हो गई है। इनमें सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं।