एफएनएन, बरेली : जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर पर मजनुपुर ग्राम पंचायत इन दिनों चर्चा में है। यहां लगभग दो माह में करीब 20 लोग संदिग्ध बुखार से मार चुके हैं। सैकड़ों लोग अस्पतालों में भर्ती है। क्षेत्र में दहशत है लेकिन स्वास्थ्य विभाग का बयान चौंकाने वाला है। विभाग की माने तो सभी मौतें स्वाभाविक है।शुक्रवार को जब एफएनएन की टीम गांव में पहुंची तो सच सामने आ गया। ग्रामवासियों ने बताया कि सभी का इलाज शहर के अलग-अलग निजी अस्पतालों में कराया गया था। वहां के डाक्टरों ने डेंगू की चपेट में आने के कारण प्लेटलेट कम होना मौत का कारण बताया है। वहीं सीएमओ डा. विनीत शुक्ला का कहना है कि सभी मौत स्वभाभिक है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में डेंगू के एक या दो ही प्रकरण ही आए है। गांव के पूर्व प्रधान निहालुदीन ने बताया कि उन्होंने बताया कि लगभग एक सप्ताह पूर्व ही अपने बेटे और गांव के लोगों को सीएमओ के पास भेजा था और इस रहस्यमय बुखार की जानकारी दी थी। उसके बाद ब्लाॅक स्तर से डाक्टरों की टीम गांव में आई और कुछ दवा का वितरण कर चली गई। उन्होंने कहा कि अभी तक गांव में न तो छिड़काव किया गया और न ही कोई सफाई व्यवस्था कारई गई है। उन्होंने कहा कि हर रोज किसी न किसी घर से जनाजा उठ रहा है। गब्बर मियां ने बताया कि 29 तारीख की शाम उनके भतीजे 15 वर्षीय साहिल की भी रहस्यमय बीमारी से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि गांव में अभी तक 16 लोगों की मौत रहस्यमय बुखार से मौत हो चुकी है। चार अन्य अलग-अलग बीमारी से मौत हुई है। स्थानीय लोगों का कहना कि पिछले काफी वक्त से गांव में डेंगू जैसे गंभीर बुखार का कहर जारी है। जिसके डर से लोगो ने गांव भी छोड़ दिया और पलायन करने को मजबूर हैं।
मौतों पर मौतें पर स्वास्थ्य विभाग बेपरवाह, कहा – करीब 20 लोग स्वाभाविक मौत मरे
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