24 घंटे में ही पुलिस ने हत्यारे शौहर को गिरफ्तार कर साजिश का किया पर्दाफाश
एफएनएन, बदायूं। उझानी कोतवाली पुलिस ने स्मार्ट पुलिसिंग की मिसाल पेश करते हुए लूट के बाद महिला की हत्या और उसके पति को घायल कर देने की कहानी से घटना के 24 घंटे के भीतर ही पर्दा उठाते हुए हत्यारे पति सरताज को गिरफ्तार भी कर लिया है। हत्याभियुक्त ने पुलिस के आला अफसरों के समक्ष अपना गुनाह कबूल कर लिया है।

रिश्ते की ममेरी बहन निदा से किया था निकाह
सरताज ने पुलिस को बताया कि वह मूलत: उझानी का निवासी है।
निदा रिश्ते में उसकी ममेरी बहन थी। मां नगमा की पहल पर ही चार साल पहले उसका कासगंज के बुधारी कलां गांव के शफीक आलम की इकलौती बेटी निदा से निकाह हुआ था। सरताज निदा से दहेज की मांग भी करता था।
हालांकि पुराना रिश्ता होने की वजह से ससुर शफीक आलम ने दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज नहीं कराया। निदा के चचेरे भाई लईक अहमद ने बताया कि 23 दिन पहले ही सरताज बुधारी कलां से निदा को अपने साथ दिल्ली बुलाकर ले गया था।
सरताज ने पुलिस को बताया कि पिछले कुछ समय से बीवी निदा के साथ दिल्ली के रघुवीर नगर इलाके में रहकर काम कर रहा था। निदा और ससुराल वाले आएदिन उसे बहुत बेइज्जत करते थे। निदा उसके लिए बेहद गंदे शब्द प्रयोग करती थी। उसे और उसके परिवार वालों को जेल भिजवाने की धमकी भी देती थी। शादी के बाद तीन साल तक मायके में ही रही।
सरताज ने पुलिस को बताया कि रोजाना के तानों, लड़ाई-झगड़ों से तंग आकर उसने निदा की हत्या करने की ठान ली। पिछले कई दिनों से गूगल पर हत्या के तरीके सर्च कर रहा था। मर्डर के लिए दिल्ली से ग्लब्स और स्टील का चाकू खरीदा। घटना के खुलासे के साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू और ग्लब्स को भी बरामद कर लिया है।
सरताज निदा को उसके मायके कासगंज में एक वैद्य को दिखाने के बहाने दिल्ली से उझानी लेकर आया था। मंगलवार तड़के दोनों उझानी पहुंचे। सरताज ने पहले निदा का गला दबाया। वह बेहोश हो गई लेकिन सांसें चल रही थीं। इसलिए चाकू से दो बार गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। लूट की कहानी को सच्ची दर्शाने के इरादे से गुन्नौर के पास निदा के पर्स से चुपके से उसका मोबाइल निकालकर स्वीच ऑफ कर दिया और बस में ही छोड़ दिया।

बंद मुट्ठी में फंसे बालों ने उठाया हत्या से पर्दा
इससे पहले फॉरेंसिक टीम ने लाश का मुआयना कर नमूने लेने शुरू किए तो निदा की मुट्ठी में बंद मर्द के कुछ बाल दिखे। ये बाल किसी और के नहीं, बल्कि सरताज के ही थे। अनुमान है कि गला दबाते समय निदा ने अपना बचाव करते हुए सरताज के बाल पकड़कर खुद को छुड़ाने की कोशिश की होगी। इसी दौरान सरताज के सिर के कुछ बाल नुचकर निदा की मुट्ठी में आ गए होंगे।

पुलिस के सामने नहीं चला सरताज का कोई झूठ
निदा की हत्या के बाद सरताज ने लूट और हत्या का नाटक किया। बताया कि बचाने के प्रयास में उसके भी हाथ में चाकू लग गए। पुलिस ने जब देखा तो पता चला कि बाएं हाथ की हथेली पर चाकू के घाव हैं। दाहिने हाथ की हथेली पर एक भी घाव नहीं है जबकि बचाव में सबसे पहले सीधे हाथ को आगे किया जाता है।
सीन रिक्रिएट किया तो उजागर हो गया सच
पुलिस उसे घटना स्थल पर ले गई। सीन रिक्रिएट किया तो सरताज बचाव में दाहिने हाथ का इस्तेमाल करता हुआ मिला। इसके बाद सरताज पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे सका और अपना जुर्म कबूल कर लिया।

एसएसपी ने पुलिस टीम को ₹25 हजार के इनाम का किया आलान
अभियुक्त की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू, ग्लब्स आदि भी बरामद कर लिए गए हैं। एसएसपी ने घटना का खुलासा करने के लिए टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है।