एफएनएन, रुद्रपुर : तद्भव समिति के सहयोग सारथी परिवार की रुद्रपुर ईकाई ने होली के अवसर पर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें देश के कई दिग्गज कवियों ने पहुंचकर लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया।
विगत रात्रि मेट्रोपोलिस मॉल में हास्य कवि सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक शिव अरोड़ा और भरत भूषण चुग ने सरस्वती माता के चित्र पर दीप जलाकर किया।
इसके बाद हास्य कवि सम्मेलन शुरू हुआ। इसमें कवियों ने स्वयं के द्वारा रचित एक से बढ़कर एक कविताओं को सुना कर समा बांध दिया। जिसमें शायर तकी बाजपुरी ने सोचो कैसे बच्चे पाले हैं साहब, गर्म हवा में जिस्म उबाले हैं साहब।
मेरठ की कवयित्री डॉ.शुभम त्यागी ने मिलकर जुलकर सब बैठे हैं उत्सव बड़ा मना देंगे, तुम क्या जानो हम अंधेरों पर मन के भाव सजा देंगे, साथ तुम्हारा जो मिल जाए आह वाह और ताली से कविता की तो बात ही क्या है, दिल का हाल सुना दें। आगरा के हास्य कवि ऐलेश ने सुबह सुबह पत्नी से लड़ कर चला गया सुख चैन, घरवाली रसिया सी तन गई हम हो गए यूक्रेन, जोगिया सा रा रा रा।
बहजोई के कवि डॉ. सौरभ कांत शर्मा ने राष्ट्र बड़ा सारे ही धर्मों को छोड़कर आओ करें प्रणाम सभी हाथ जोड़कर इतना तो मान रखना मेरे प्रभु मेरा, अंतिम सफर पे निकलूं तिरंगे को ओढ़कर। इनके अलावा लखनऊ के कवि योगेश चौहान और काशीपुर की कवि डॉ.मनोज आर्य ने एक से बडकर एक कविताएं सुनाई। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. जयंत शाह रहे। वहीं मंच का संचालन सौरभ कांत शर्मा ने किया। इस दौरान विनोद गोस्वामी, दिनेश बम, सचिन छाबड़ा, जगदीश शर्मा, मफतलाल अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।