एफएनएन, रुद्रपुर : राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन छात्रावास की बुनियाद से उठे कॉलमों से कुंतलों सरिया काटने के मामले में गदरपुर के एक नेता का नाम खासा सुर्खियों में है। एक राष्ट्रीय पार्टी में यह नेता अध्यक्ष बनने के सपने भी संजोए है। वहीं पांच दिन बाद भी पुलिस यह तय नहीं कर पा रही है कि कार्रवाई करे या नहीं। सूत्रों की मानें तो पुलिस की जांच में इंजीनियरिंग प्रोडेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड को ही केन्द्र सरकार की ओर से नियुक्त कार्यदायी संस्था माना गया है। वहीं किच्छा से पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के मुताबिक, अब कार्यदायी संस्था सीपीडब्ल्यूडी है। इस धमाचौकड़ी के बीच बड़ा सवाल यह भी है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज के निर्माण की मॉनिटरिंग कौन कर रहा है और इस संस्था को भनक क्यों नहीं लगी? और फिर जिला प्रशासन या मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इसकी जिम्मेदारी की विस्तृत क्यों नहीं की?
आपको बताते चलें कि चार दिन पूर्व मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन छात्रावास की बुनियाद पर खड़े कॉलमों से कुंतलों सरिया कुछ लो काट कर ले गए। इस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. आरके सिन्हा की ओर से सिडकुल पुलिस को तहरीर भी दी गई लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका। देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। सिडकुल चौकी पुलिस की मानें तो इस मामले में ईपीआईएल की ओर से ही तहरीर दी जा सकती थी।
क्योंकि यह मेडिकल कॉलेज किच्छा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के पिता पंडित राम सुमेर शुक्ला के नाम से बन रहा है इसलिए राजेश शुक्ला इस मामले में गंभीर हैं। उनका कहना है कि कार्यदायी संस्था अब ईपीआईएल नहीं, सीपीडब्ल्यूडी है। ऐसे में पूरे मामले में नया पेंच फंसता दिख रहा है। अगर ईपीआईएल कार्यदायी संस्था ही नहीं है तो कथित तौर पर जेआरए इंफ्राटेक को निर्माणाधीन परिसर से सामान ले जाने या सरिया काटने की अनुमति ईपीआईएल ने कैसे दे दी। अब तक पुलिस के सामने ऐसा कोई अनुमति पत्र भी सामने नहीं लाया गया है।सिडकुल चौकी प्रभारी पंकज कुमार का कहना था कि ईपीआईएल के डीजीएम और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य शुक्रवार को बयान लिए गए हैं। अब तक ईपीआईएल की ओर से कोई लिखित अनुमति पत्र नहीं दिया है। उनसे अनुमति पत्र मांगा गया है। वहीं इस मामले में रुद्रपुर के कई सफेदपोशो के नाम सामने आ रहे हैं जिनमें गदरपुर का एक नेता भी शामिल है। यह नेता एक राष्ट्रीय पार्टी का जिलाध्यक्ष बनने की जोड़-तोड़ में भी लगा हुआ है। Front News network जल्द इसके व अन्य लोगों के नाम का खुलासा भी करेगा।