एफएनएन, देहरादून : आज तक धरना प्रदर्शन विपक्ष के लोग ही किया करते थे, लेकिन यदि सत्ताधारी दल के नेता या मंत्री करें तो इसे क्या कहा जाएगा। अब हल्द्वानी में कैबिनीट मंत्री बंशीधर भगत भी धरने पर बैठ गए। स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन के दौरान वह भी मौके पर पहुंचे और करीब उन्होंने पौन घंटा तक धरना दिया। उनके धरने के चलते ऊर्जा निगम के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। माफी मांगकर निगम की टीम को मंत्री को मनाना पड़ा। वैसे तो जब बंशीधर भगत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब भी वह कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के प्रदेश कार्यालय में धरने पर बैठे थे। सत्ता में रहते हुए वे बीच बीच में विपक्ष वाली आदतों को भी भूलना नहीं चाहते। अब कल का उनके धरने को क्या कहा जाएगा। क्योंकि यदि कैबिनेट मंत्री को धरने पर बैठने की नौबत आएगी तो आमजन का क्या हाल होगा। क्योंकि सरकार उनकी है और यदि उनकी ही नहीं सुनी जाए तो राजनीति करना ही बेकार है। हुआ यूं कि हल्द्वानी के मानपुर पश्चिम क्षेत्र में शुक्रवार को बिजली का पोल शिफ्ट करने को लेकर स्थानीय लोगों और ऊर्जा निगम के अफसरों के बीच काफी विवाद हुआ। इस वजह से क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति भी बाधित रही। बताया जाता है क्षेत्र के लोगों के विरोध के चलते गत शाम 5 बजे ऊर्जा निगम की टीम को वापस लौटना पड़ा। इसके बाद शाम सात बजे स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए। इसकी मिलने पर रात करीब 10:30 बजे कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत भी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उनके धरने पर बैठते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। ऊर्जा निगम टीम की टीम ने माफी मांगी और मंत्री धरने से उठे।