एफएनएन, देहरादून : पिछले साल शुरू हुए फेमस रियलटी शो इंडियन आइडिल का ग्रैंड फिनाले 15 अगस्त को यानी स्वतंत्रता दिवस पर संपन्न हुआ, जो बेहद ही शानदार रहा। उत्तराखंड के पवनदीप राजन ने इस शो का खिताब अपने नाम किया। वहीं, शो की सेकेंड रनरअप अरुणिता कांजीलाल रहीं। इसके अलावा सायली कांबले थर्ड रनरअप और चौथे नंबर पर मोहम्मद दानिश, जबकि पांचवे पर निहाल तारो और छठे नंबर पर रहीं शन्नमुखप्रिया रहीं। पवनदीप के विनर घोषित होने से उनके घर में जश्न का माहौल है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद ने भी पवनदीप का शुभकामनाएं दी।
चमचमाती कार और 25 रुपये मिले इनाम में
इंडियन आइडल सीजन 12 के विनर पवनदीप राजन को ‘इंडियन आइडल 12’ की ट्रॉफी के साथ ही एक चमचमाती कार और 25 लाख रुपये इनाम के तौर पर मिले हैं। पवनदीप की इस सफलता पर देवभूमि उत्तराखंड में सभी बेहद खुश है। पवनदीप के विजेता बनते ही उनके प्रशंसकों ने पटाखे भी फोड़े। हर जगह उनकी जीत का जश्न मनाया गया।
जानिए पवनदीप के बारे में
पवनदीप राजन मूल रूप से कुमाऊं के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1996 में चंपावत जिले के वल्चौड़ा गांव में हुआ। उन्होंने चंपावत से ही अपनी पढ़ाई भी की। उनके पिता सुरेश राजन और ताऊ सतीश राजन ने बचपन से ही उन्हें संगीत सिखाया। पवन दीप राजन को संगीत विरासत में मिला। उनके दादा स्व. रति राजन भी अपने समय के प्रसिद्ध लोकगायक थे।
वाद्य यंत्रों पर मजबूत पकड़ रखते हैं पवनदीप
पवनदीप राज का टैलेंट आज पूरी दुनिया देख रही है। उनमें न सिर्फ सिंगिग का ही हुनर है, बल्कि वे कई तरह के वाद्य यंत्रों पर भी अच्छी पकड़ रखते हैं। पवनदीप तबला, गिटार ड्रम भी प्ले करते हैं। इंडियन आइडल के सेट पर उनके इस हुनर का जजेस भी काफी तारीफ कर चुके हैं।
पवनदीप की आवाज में है सुकून
पवनदीप राजन की आवाज में एक अलग ही जादू है। वो अपनी इस आवाज़ से कई हस्तियों के दिल में अलग जगह बना चुके हैं। इंडियन आइडल के सेट पर कई बार उन्हें ये कहा जा चुका है कि उनकी आवाज़ में पहाड़ का सुकून है। पवन ने अपनी बेहतरीन गायिकी से कई बार शो में जजेस की स्टैंडिंग ओवेशन पाई है।