

एफएनएन, रुद्रपुर : आज भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड माइक्रोमैक्स के गैर कानूनी छँटनी और लेऑफ श्रमिकों की कंपनी गेट पर महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें श्रमिकों की कार्य बहाली में लगातार हो रहे विलंब पर रोष प्रकट किया गया। श्रमिकों ने कहा कि प्रबंधन द्वारा 47 ले ऑफ श्रमिकों को बगैर कंपनी खोले मनमाने तरीके से कंपनी गेट पर हाजिरी लगाने के लिए बुलाकर और उनसे इस्तीफा देने की मांग करना घोर निंदनीय है और श्रमिक इसका पूरा विरोध कर रहे हैं। इस संबंध में श्रमिकों ने श्रम अधिकारियों और जिला प्रशासन को पत्र भेजकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
उल्लेखनीय है कि 27 दिसंबर 2018 से 303 श्रमिकों की छँटनी को माननीय औद्योगिक न्यायाधिकरण अवैध घोषित कर चुका है और माननीय उच्च न्यायालय ने भी इसके परिपालन का आदेश दिया है। इसके बावजूद श्रमिकों की कार्यबहाली नहीं हो रही है। दूसरी तरफ गैरकानूनी लेऑफ द्वारा श्रमिकों का उत्पीड़न लगातार जारी है। उत्पीड़न के लिए प्रबंधन ने श्रमिकों के मिलने वाली आधे वेतन को मनमाने तरीके से चौथाई वेतन में बदल दिया। और अब प्रबंधन एक नए हथकंडे के तहत श्रमिकों को कंपनी गेट पर प्रतिदिन आकर हस्ताक्षर लगाने का फरमान जारी कर चुका है जो कि गैर कानूनी है। प्रबंधन इस बहाने हस्ताक्षर करने आने वाले श्रमिकों पर कारखाना प्रबंधक श्रमिकों पर हिसाब लेने का दबाव बना रहे हैं। श्रमिक इसकी बहुत निंदा करते हैं। श्रम विभाग से इस पर कार्यवाही करने का अनुरोध करते हैं।
श्रमिकों ने बताया कि कोरना महामारी के विकट समय में श्रमिक संयुक्त मोर्चा के सुझाव पर 10 अप्रैल से हमने अपना धरना स्थगित किया था, लेकिन प्रशासन और श्रम विभाग इसके बावजूद कोई भी सुध नहीं ले रहा है।
श्रमिक प्रतिनिधियों ने छँटनी व ले ऑफ सहित समस्त पीड़ित 351 श्रमिकों की तत्काल कार्यबहाली की माँग बुलंद की और कहा की यदि ऐसा नहीं होगा तो उनका धरना और आंदोलन फिर से शुरू होगा और व्यापक प्रतिरोध किया जाएगा।
आज बैठक में मुकेश जोशी, भुवन चंद्र जोशी, अफजाल हुसैन, चंद्र प्रकाश, सतेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, याकूब हुसैन, वंदना बिष्ट, दीपक सनवाल, नंदन सिंह, ठाकुर सिंह, दीपक पंत, हेम जोशी, सूरज बोहरा, गोपाल कृष्ण भट्ट, मनोज पांडे, आदि थे।