एफएनएन, दिल्ली : कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन से भारतीय रेलवे को 2400 करोड़ की चपत लगी है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि ब्यास और अमृतसर के बीच रेलवे का एक पूरा हिस्सा कई दिनों से बंद है। इसके लिए गाड़ियों को तरणतारन होकर गुजारा जा रहा है। यह रास्ता लंबा है और इसकी क्षमता भी कम है जिस कारण कम ट्रेनें ही इस रास्ते से गुजर पा रही हैं। गंगल के मुताबिक इसकी वजह से रेलवे को करीब 2400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आंदोलन के कारण दो ट्रेनें रद्द की गई हैं और तीन को आधे रास्ते तक ही चलाया जा रहा है, वहीं सात ट्रेनें के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं।मालगाड़ियों का मागॅ भी बदला गया है।