एफएनएन, अमरोहा : राहुल गांधी ने अमरोहा में कहा कि सरकार को प्रधानमंत्री नहीं बल्कि ब्यूरोक्रेसी चला रही है। चुनिंदा ब्यूरोक्रेट्स महत्वपूर्ण योजनाओं पर निर्णय लेते हैं। लेकिन उन 90 लोगों में पिछड़ों और दलितों की हिस्सेदारी बहुत कम है। हम जातीय जनगणना की बात करते हैं तो आखिर प्रधानमंत्री इसको क्यों नकार देते हैं। हमारी सरकार आई तो जातीय जनगणना की जाएगी।
शनिवार को मिनी स्टेडियम में गठबंधन प्रत्याशी दानिश अली के समर्थन में हुई जनसभा में राहुल गांधी ने कहा पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों को एकसूत्र में पिरो कर साधने का प्रयास किया। कहा कि देश के अरबपतियों में पिछड़ों और दलितों की संख्या कितनी है किसी को नहीं पता। हमने सर्वे कराकर इसके आंकड़े लिए हैं।
आदिवासी आठ प्रतिशत तो दलित 15 प्रतिशत हैं। जबकि, पिछड़ों के बारे में कोई जनता ही नहीं है। पिछड़ों की बहुत बड़ी आबादी है। इसलिए सभी को अपनी शक्तियों को पहचानना होगा। सरकार प्रधानमंत्री नहीं बल्कि 90 लोगों की ब्यूरोक्रेसी चलाती है। जिसमें आईएएस शामिल होते हैं।
उनमें कितने पिछड़े और कितने दलित हैं। किसी को जानकारी नहीं। हमने कई बार प्रधानमंत्री से जाति जनगणना की मांग की, लेकिन उन्होंने इस मांग को नकार दिया। हमारी सरकार आई तो जाति जनगणना की जाएगी।