एफएनएन, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भरोसा है कि कोरोना संकट के बावजूद उत्तर प्रदेश में वह रोजगार के मोर्चे पर आने वाली सारी परेशानियों को दूर कर लेंगे। युवाओं को नौकरी दिए जाने को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार ने तेजी दिखाना शुरू कर दिया है। कई विभागों में रिक्त पदों को भरने के प्रयास में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग में भी रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापकों के 31661 पदों को शीघ्र भरने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों से एक सप्ताह की समय सीमा तय करते हुए इसमें तेजी दिखाने को कहा हे। अब राज्य सरकार 69000 सहायक शिक्षकों के भर्ती मामले में 31661 पदों पर एक सप्ताह में भर्ती करने जा रही है।
सहायक अध्यापकों पदों को छोड़कर शेष पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो
बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग में 69000 सहायक शिक्षकों के पद पर परीक्षा पिछले साल छह जनवरी को आयोजित करवाई गयी थी। लेकिन इस मामलें कुछ अभ्यर्थियों की तरफ से मामला कोर्ट में ले जाने के कारण यहम मामला काफी दिनो तक लटका रहा। बाद में एक याचिका में निर्णय 29 मार्च को शासन के पक्ष में आया। 21 मई 2020 को पारित आदेश में सहायक अध्यापकों के पदों को छोड़कर शेष पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। इसमें शिक्षामित्रों के धारित पदों को छोड़कर 31661 पदों पर भर्ती करने के निर्देश है। उसी के तहत सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक सप्ताह में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि प्रदेश सरकार युवाओं को नौकरी सहित रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। उन्होंने मुख्य सचिव सहित सभी अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिवगण को एक सप्ताह में रिक्त पदों का विवरण उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
अब तक तीन लाख अभ्यर्थियों को मिली नौकरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पारदर्शी एवं निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया को अपनाते हुए अब तक करीब तीन लाख अभ्यर्थियों दी जा चुकी हैं। इस कार्य को पूरी तेजी से आगे बढ़ाते हुए आगामी समय में भी पारदर्शितापूर्ण और निष्पक्ष ढंग से भर्ती प्रक्रिया को संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी तीन माह में भर्ती की प्रक्रिया को प्रारम्भ करते हुए छह माह में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर दिए जाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा हैं कि प्रदेश की विभिन्न भर्ती संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए चयन परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में कार्य योजना तैयार की जाए।