
एफएनएन, कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के 15 महीने बाद टीएमसी विधायक जीबन कृष्ण साहा को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी ने सोमवार सुबह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बरन्या के अंदिर गांव स्थित उनके घर से तृणमूल विधायक को गिरफ्तार किया. इससे पहले ईडी अधिकारियों ने चार घंटे तक पूछताछ की. गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोलकाता लाया गया.
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने मुर्शिदाबाद के अंदिर गांव स्थित जीबन कृष्णा के घर पर छापा मारा. कथित तौर पर ईडी की टीम को देखते ही टीएमसी विधायक ने घर से भागने की कोशिश की. लेकिन टीम के साथ आए केंद्रीय सुरक्षा बलों ने उन्हें पकड़ लिया. हालांकि, उससे पहले ही उन्होंने अपने दो मोबाइल फोन घर के पीछे झाड़ियों में फेंक दिए. बाद में ईडी के अधिकारियों ने साहा के दोनों मोबाइल फोन बरामद कर लिए थे.
केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, भर्ती घोटाले से जुड़े वित्तीय अनियमितता के एक मामले में ईडी के अधिकारियों ने सोमवार को जीबन कृष्ण साहा के घर पर छापा मारा. केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों के आने की खबर मिलते ही टीएमसी विधायक ने दूसरी मंजिल से कूदकर और घर की दीवार फांदकर भागने की कोशिश की. लेकिन ईडी की टीम ने उन्हें पकड़ लिया.
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने सोमवार सुबह टीएमसी विधायक के आवास पर ही नहीं, बल्कि कई जगहों पर छापेमारी की. ईडी ने रघुनाथगंज थाना अंतर्गत पियारापुर स्थित बरन्या में तृणमूल विधायक साहा के ससुराल में भी तलाशी अभियान शुरू किया और घर को घेर लिया गया है. ईडी अधिकारियों ने सोमवार सुबह केंद्रीय बलों की मदद से छापेमारी की. इसके अलावा, ईडी के अधिकारी बीरभूम के सैंथिया स्थित जीबनकृष्ण साहा के करीबी और वार्ड नंबर 9 की पार्षद माया साहा के घर की भी तलाशी ली.
मई 2023 में साहा को किया गया था गिरफ्तार
बता दें, सीबीआई ने दो साल पहले शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में जीबनकृष्ण साहा के घर पर छापा मारा था. उन पर कक्षा 9 और 10 के शिक्षकों की भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप था. मई 2023 में, केंद्रीय एजेंसी के जांच अधिकारियों ने बरन्या थाना अंतर्गत अंदिर स्थित तृणमूल विधायक के घर पर छापा मारा था. उस समय, सीबीआई से बचने के लिए टीएमसी विधायक ने घर के पास एक तालाब में दो मोबाइल फोन फेंक दिए थे.
इसके अलावा, उनके घर से एसएलएसटी भर्ती प्रक्रिया का पूरा डेटाबेस बरामद किया गया था. कुल मिलाकर लगभग दो बैग दस्तावेज बरामद किए गए. सीबीआई का दावा है कि जांच अधिकारियों ने उस समय टीएमसी विधायक के घर से लगभग 3,400 उम्मीदवारों की जानकारी बरामद की थी. जिसमें शिक्षक की नौकरी चाहने वालों के नाम और रोल नंबर शामिल थे.
जीबनकृष्ण साहा को 17 अप्रैल, 2023 को गिरफ्तार किया गया था. 13 महीने बाद यानी 14 मई, 2024 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी. जमानत पर रिहा होने के बाद साहा अपने निर्वाचन क्षेत्र में फिर से राजनीति में सक्रिय हो गए थे. उन्हें स्कूल शिक्षक की नौकरी वापस मिल गई थी.

