- लखीमपुर खीरी जिले की पहचान दुधवा नेशनल पार्क और उस में बसने वाले तेंदुआ और बाघ हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से लगातार रहस्यमय परिस्थितियों में बाघों की मौत के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं ताजा मामला रविवार की सुबह का है यहां मैलानी वन क्षेत्र के हाईवे शाहजहांपुर की सीमा से कुछ दूरी पर एक बाघ का शव मिला है।
अब्दुल सलीम खान, लखीमपुर खीरी : लखीमपुर जिले में एक बाघिन का शव मिला है। घटना मैलानी रेंज की है, यहां भरिगवां बीट में छेदीपुर गांव से नजदीक बाघ का शव पड़ा होने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुँचे रेंजर के पी सिंह वन कर्मियों के साथ पहुंचे। थोड़ी देर में अफसरों का काफी अमला पहुंच गया। दुधवा नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि बाघ की मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, उसके बाद ही मौत का कारण पता चलेगा। उन्होंने कहा कि बाघ के शव पर जो चोट के निशान हैं संभवत रोड एक्सीडेंट के कारण या किसी नर बाघ से मेंटिंग के दौरान अक्सर ऐसे जख्म मादा बाघिन के आ जाते हैं। बहरहाल मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा , लेकिन लगातार लखीमपुर खीरी में बाघों की मौत के आंकड़े बढ़ने से वन्यजीव प्रेमी मायूस हैं।