एफएनएन, दिल्ली : भारत में नए संसद में कार्यवाही का आज पहला दिन था। लोकसभा में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला सुरक्षा बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) को पारित कर दिया। वहीं, देश के उच्च सदन यानी राज्यसभा में भी इस बिल पर चर्चा हुई।
राज्यसभा में चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के पास भले ही राज्यसभा में बहुमत नहीं था, लेकिन आप सभी (राज्यसभा सदस्यों) की समझदारी की वजह से इस सदन से कई ऐसे बिल पारित हुए जो देश के लिए आवश्यक थे।
- जब खरगे की बात पर हंसने लगे पीएम मोदी
पीएम मोदी के संबोधन के बाद राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी प्रतिक्रिया दी। हालांकि, उनके भाषण पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बीच सभापति ने खरगे से कहा कि प्रल्हाद जोशी तो आपके राज्य के हैं।
कम से कम आपको उनकी बात सुननी चाहिए। इस पर खरगे ने कहा कि मुझे अच्छी तरह पता है कि वे दिल्ली में क्या करते हैं और कर्नाटक की गलियों में क्या करते हैं। नेता प्रतिपक्ष का इतना कहना था कि पूरा सदन हंसने लगा। पीएम मोदी और सभापति जगदीप धनखड़ समेत पूरा सदन इस बात को सुनकर हंसने लगा।
- खरगे के इस बयान से हुआ हंगामा
महिला आरक्षण बिल पर खरगे ने आगे कहा,”.वे हमें श्रेय नहीं देते हैं, लेकिन मैं उनके ध्यान में लाना चाहता हूं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका है, लेकिन यह रुक गया था।” उन्होंने आगे कहा कि अनुसूचित जाति की महिलाओं की साक्षरता दर कम है और यही कारण है कि राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है और वे उन लोगों को नहीं चुनते हैं जो शिक्षित हैं और लड़ सकते हैं। कांग्रेस नेता के इसी बयान पर संसद में हंगामा हुआ।
- निर्मला सीतारमण ने खरगे को दिया जवाब
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा”हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं लेकिन यह बयान देना कि सभी पार्टियां ऐसी महिलाओं को चुनती हैं जो प्रभावी नहीं हैं, बिल्कुल अस्वीकार्य है। हम सभी महिलाओं को हमारी पार्टी, हमारे पीएम ने सशक्त बनाया है।”