एफएनएन, अयोध्या : रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को माहभर से अधिक समय बीत चुका है। श्रद्धालु दानपात्रों में नकदी के साथ ही सोना-चांदी भी अर्पित करते हैं। नोटों व सिक्कों को अलग-अलग करके गिनती करना चुनौतीपूर्ण है।
दानपात्रों में अर्पित दान की नित्य गणना होने के बाद भी छंटनी में काफी समय लग रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए यहां काउंटिंग व शार्टिंग मशीन लगाने की तैयारी चल रही है। हालांकि इस मशीन को लगाने से पहले डेमो किया जाएगा। मशीन विदेश से आएगी।
प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के साथ ही मंदिर में जगह-जगह दान काउंटर लगाए गए। तीन बड़े-बड़े दानपात्र लगाए गए हैं। इनकी लंबाई-चौड़ाई दस फीट तक है। दर्शन के बाद भक्तगण आस्था अर्पित करते समय इसी दानपात्र में नोटों के साथ सिक्का, सोना व चांदी भी अर्पित कर देते हैं।
बैंक कर्मचारी जब गणना करते हैं तो उन्हें कठिनाई होती है। इस समस्या से पार पाने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मशीन लगाने के बारे में विचार कर रहा है। प्रस्ताव लेकर गुजरात के एक उद्यमी यहां आए थे। उन्होंने ट्रस्ट के कुछ सदस्यों से बात की।
डेमो देखने के बाद खरीदी जाएगी मशीन
उन्होंने बैंक अधिकारियों को विस्तृत जानकारी दी। विमर्श के बाद तय हुआ कि मशीन का डेमो देखने के बाद ही उसे खरीदने पर निर्णय होगा। अभी तक ट्रस्ट के कुछ कर्मचारियों के अलावा एसबीआइ के दस कर्मचारी चढ़ावे की गिनती करते हैं। इस व्यवस्था से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि मार्च में मशीन का डेमो होने की संभावना है। पहले उद्यमी संबंधित वीडियो भेजेंगे। यहां विशेषज्ञ प्रदर्शन को देखेंगे।
बताया कि मशीन में ही दानपात्र की नकदी व अन्य सामग्री को डाला जाएगा, जिसे मशीन अलग-अलग करते हुए गिनती भी करेगी।