एफएनएन, उत्तरकाशी : जनपद उत्तरकाशी के जंगल धू धूकर जल रहे हैं। उत्तरकाशी वन प्रभाग से लेकर टौंस वन प्रभाग के जंगलों में आग लगी हुई है। आग लगने के कारण लाखों की वन संपदा राख हो गई है। मंगलवार को टौंस वन प्रभाग के ठडियार, कुकरेड़ा के जंगल धू-धूकर जलते रहे। जनपद के पहाड़ी क्षेत्रों में आग लगातार बढ़ती जा रही है। इन क्षेत्रों में आग बुझाने में वन विभाग, वन पंचायत के पदाधिकारियों और ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जनपद उत्तरकाशी के जंगल मार्च से जल रहे हैं। जिला मुख्यालय के निकट के सारे जंगल जल चुके हैं। जनपद में 100 हेक्टेयर से अधिक जंगल जल चुके हैं। जंगल की आग का धुआं चारों और फैला हुआ है। जिसके कारण आमजन को सांस लेने में भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- जंगल की आग से जली गौशाला
रवांई घाटी के टौंस, अपर यमुना समेत चकराता वन प्रभाग के जंगलों की आग अब बेकाबू होती जा रही है। गत सोमवार दोपहर को टौंस वन प्रभाग के पाणी गांव बीट के हुडोली के जंगल में लगी आग की चपेट में आने से एक गौशाला जलकर खाक हो गई। गनीमत रही कि के ग्रामीणों ने वन विभाग कर्मियों के साथ मिलकर छानी में बधे बछड़े को झूलने से बचाया।
गत सोमवार की दोपहर का आग से हुडोली गांव के उपेंद्र सिंह पुत्र प्रहलाद सिंह की गौशाला जंगल की आग जल कर राख हो गई। वहीं वन कर्मियों ने आग से हुए नुकसान का जायजा लिया। उप वन संरक्षक सुबोध कुमार काला ने बताया कि सूखे के चलते चीड़ का पीरूल गिरनें से बार-बार आग लग रही है, कर्मचारी ग्रामीणों के साथ दिन रात आग बुझाने में जुटे हैं। सोमवार दोपहर को हुडोली बीट में भी एक गौशाला में आग लगने जल गई। जंगल आग गांव बस्ती तक न पहुंचे इस के लिए वन कर्मियों की गश्त बढ़ा दी है।